कोरोना की दूसरी लहर से लगातार तबाही मची हुई है। लेकिन वहीं राज्य सरकारें दिन रात तेजी से रोक थाम में लगी हुई है कि, किस तरह से कोरोना को रोका जाए। हर कोई अपने-अपने राज्य में नए-नए तरीके लेके सामने आ रहे है। कोई लॉकडाउन तो कोई कर्फ्यू लगा रखा है। इन सब के बीच महाराष्ट्र की उद्धव सरकार एक नया तरीका लेकर आई है। जिससे कोरोना को कुछ हद तक रोका जाए। ‘कोरोना मुक्त गांव’ प्रतियोगिता की घोषणा की है। इसके प्रत्येक राजस्व क्षेत्र से कोविड-19 प्रबंधन को लेकर अच्छा काम करने वाली तीन ग्राम पंचायतों को चुनकर पुरस्कार दिए जाएंगे। इसमें पहला पुरस्कार 50 लाख रुपये, दूसरा 25 लाख रुपये और तीसरा 15 लाख रुपये का होगा।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल में ही कुछ गावों की तारीफ की थी, क्योंकि कोरोना को रोकने के लिए बेहतर प्रयास हो रहे थे। और उनके कार्यों को और मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री ने “मेरा गांव कोरोना मुक्त” पहल की घोषणा की है। राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुशरिफ ने कहा कि ‘कोरोना मुक्त गांव’ प्रतियोगिता मुख्यमंत्री की ओर से घोषित की गई पहल का ही हिस्सा है। इस प्रतियोगिता के तहत प्रत्येक राजस्व मंडल में कोविड-19 से निपटने के लिए अच्छे काम करने वाली तीन गांव पंचायतों को इनाम दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले गांवों को 22 मानदंडों पर परखा जाएगा। इसका फैसला करने के लिए एक समिति गठित की जाएगी। ठाकरे ने रविवार को एक वर्चुअल संबोधन में महाराष्ट्र के सबसे युवा सरपंच ऋतुराज देशमुख (21) और उनके कार्यबल की सोलापुर जिले में अपने घाटणे गांव को कोरोना वायरस से मुक्त रखने के लिए तारीफ की थी।
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले
महाराष्ट्र में बुधवार को कोविड-19 के 15,169 नए मामले आए। जिन्हें मिलाकर राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 57,76,184 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अवधि में 285 लोगों की मौत हुई जबकि 268 पूर्व में हुई मौतें भी कोविड-19 से होने की पुष्टि हुई। इसके साथ महाराष्ट्र में अबतक 96,751 लोगों की जान इस महामारी में जा चुकी है।