कोरोना संक्रमण काल में भारत की बहुत सारी व्यवस्था है फेल हो गई। लेकिन इसी दौर में भारत ने बहुत सारे ऐसे कारनामे किए जिसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत निरंतर प्रगति के पथ पर बढ़ता जा रहा है। कभी दूसरे देशों से दवाइयां और अन्य सामग्रियां मंगाने वाला भारत संक्रमण काल के दौरान खुद मास्क और पीपीई किट तैयार करने लगा। हमेशा दूसरे देशों पर निर्भर रहने वाले देश ने न जाने कितने देशों को कोरोना की वैक्सीन सप्लाई की? इस समय भारत के पास N-95 मास्क और PPE किट उपलब्ध है। कपड़ा मंत्रालय ने इन के निर्यात पर से भी रोक हटा ली है यानी अब हम इनका निर्यात भी कर रहे हैं।
एक अधिकारी ने कहा, “मंत्रालय निर्माताओं के संपर्क में है और सप्ताह में दो बार या इससे ज्यादा बार मूल्यांकन करता है।” “एन-95 मास्क और पीपीई किट की आवश्यकता होने पर आवश्यकता से अधिक उत्पादन करने की क्षमता है। निर्माताओं के विवरण वेबसाइट पर साझा किए गए हैं ताकि इच्छुक पार्टियों के लिए ऑर्डर देना आसान हो सके।”
उद्योग के विशेषज्ञों के अनुसार, मार्च 2020 में भारत मुश्किल से किसी पीपीई किट का उत्पादन कर रहा था, जिसे कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई में सुरक्षा का पहला मानक माना गया है। बताया जा रहा है इस समय में देश में एक करोड़ से ज्यादा इकाइयों में मास्क और पीपीई किट बनाई जा रही है।देश में प्रति माह 20 लाख यूनिट एन -95 मास्क यानी प्रति माह लगभग 2.5 से 3 करोड़ यूनिट का उत्पादन हुआ है।