देश में बढ़ती हुई महामारी और बढ़ते हुए मौत के आंकड़े अब देश के लोगों में दहशत का कारण बन रहे हैं। लगातार संक्रमण के बढ़ते हुए आंकड़ों ने भारत वासियों की मानसिक स्थिति को कमजोर कर दिया है। रोहित सरदाना जैसे पत्रकारों की मृत्यु के बाद अब देश के लोग यह सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि इस महामारी से निजात पाना बहुत कठिन है। वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक की भाजपा सरकार ने एक बड़ा और अच्छा निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कर्नाटक सरकार में जितने भी मंत्री हैं वे सभी अपने 1 साल के वेतन को कोविड के लिए दान देंगे।
वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक और बेंगलुरु में बढ़ती कोविड-19 मौतों को देखते हुए सरकार ने दाह संस्कार के लिए कर्नाटक में 230 एकड़ भूमि आरक्षित करने का फैसला किया है।उपायुक्तों को मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि वे तालुक स्तर पर तहसीलदारों को जमीन सौंपे।
गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने बताया है कि सरकार ने कोविड से संबंधित नौकरियों के लिए 8,500 होमगार्डों का उपयोग करने की अनुमति भी दी है। कर्नाटक ने कोविड रोगियों के ट्रैकिंग, ट्रेसिंग और होम आइसोलेशन के लिए 15,000 डिफेंस वॉलिंटियर्स का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जेलों में लगभग 300 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद जेलों को सैनिटाइज किया जा रहा है। हमने जेल में कोरोना संक्रमित कैदियों को आइसोलेट करने की भी व्यवस्था की है।