देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। पिछले चौबीस घंटों की बात करें तो देश में 3 लाख से अधिक संक्रमण के मामले सामने आए हैं। साथ ही कई राज्यों में ऑक्सीजन एवं बेड की कमी की भी खबरें बार-बार सामने आ रही हैं। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से भी भयावह बताई जा रही है, जिसका असर अब भारत में भी दिखाई दे रहा है। बता दें पिछले साल जब सरकार के पास कोविड-19 से लड़ने का कोई साधन नहीं था, तब केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग राज्यों में कोविड-19 सेंटर बनाए गए थे, परंतु राज्य सरकारों की एक लापरवाही की वजह से अब कोरोना की दूसरी लहर अधिक भयावह हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देश के कई राज्यों में जो कोरोना सेंटर बनाए गए थे। उन्हें इस साल की शुरुआत में बंद कर दिया गया था, क्योंकि आंकड़े कोविड-19 संक्रमण के काफी कम हो गए थे, जिस वजह से लोगों को लगने लगा कि अब दोबारा कोरोना नहीं आने वाला है। परंतु मार्च महीने की शुरूआत से ही संक्रमण के मामले लगातार बढ़ने लगे, जिस वजह से अब राज्य सरकार द्वारा बंद किए गए कोविड-19 वापस से खोले जा रहे हैं।
हम आपको बता दें सबसे पहले बात महाराष्ट्र की करें तो वहां पर संक्रमण के मामले सबसे अधिक मिल रहे हैं। परंतु महाराष्ट्र के पुणे में 800 से अधिक बेड वाले जम्बो अस्पताल को इस साल जनवरी महीने में बंद कर दिया गया था, जबकि इसे अस्थाई रूप से पिछले साल ही बनाया गया था। परंतु संक्रमण के मामले कम हुए थे, जिस वजह से इसे बंद किया गया, लेकिन अब य़ह अस्पताल फिर खोल दिया गया है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली की बात करें तो दिल्ली में 4 अस्थाई अस्पताल पिछले साल बनवाए गए थे। परंतु कोविड-19 के मामले दिसंबर और जनवरी के महीने में कम आने लगे तो सरकार द्वारा इसे भी बंद कर दिया गया, लेकिन अब मामले बढ़ने लगे तो दोबारा इसे खोला जा रहा है।