भारत में कोरोना महामारी ने एक बार फिर से पैर पसारना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सरकार तमाम बड़े कदम उठा रही है। परंतु कोविड-19 मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी बीच मीडिया में खबरें इस प्रकार की भी आने लगी थी क्या सरकार देश में फिर से एक बार साल 2020 की तरह लॉकडाउन लगाने की योजना बना रही है? क्योंकि अब उम्मीद यही है कि लॉकडाउन के जरिए ही भारत में कोविड-19 के मामले कम हो सकते हैं। इसी बीच अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन सभी खबरों को लेकर एक लीडिंग मीडिया वेबसाइट से बात की है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वेबसाइट ने अमित शाह से सबसे पहले पूछा क्या केंद्र सरकार देश में LOCKDOWN लगाने के बारे में विचार कर रही है? जवाब में गृहमंत्री ने कहा, “भारत में लगातार कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। परंतु इसका मतलब यह नहीं कि सरकार अभी लॉकडाउन लगाएगी। क्योंकि हमने साल 2020 में LOCKDOWN इसलिए लगाया था, क्योंकि उस समय हमारे पास ना PPE KIT थे ना टीका था और ना ही कोई सुविधा थी, जिस वजह से हम कोरोना महामारी से लड़ सके। परंतु इस बार हालात बिल्कुल अलग है। इस बार हमारे पास हर वह चीज है, जिससे हम CORONA से बचाव कर सकते हैं।”
वहीं दूसरी ओर गृहमंत्री से यह भी सवाल किया गया इस बार कोविड-19 के मामले साल 2020 से भी ज्यादा भयावह है। फिर देश में आपातकाल जैसे हालात क्यों नहीं है? समीक्षाएं ज्यादा क्यों नहीं हो रही है? जिस पर जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि अभी तक केंद्र और सभी राज्य सरकारों के बीच में दो बार की वार्ता हो चुकी है, जिसमें वह खुद भी शामिल थे। इस बार केंद्र सरकार सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के विचार विमर्श को ध्यान में रखते हुए सभी फैसले कर रही है।
हम आपको बता दें केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने बयान में यह भी कहा कि सरकार सभी क्षेत्रों में सामाजिक रूप से आगे बढ़ने के लिए शेयरहोल्डर से बातचीत कर रही है। साथ ही वैज्ञानिकों के संपर्क में भी है। ताकि देश के नागरिकों को अत्यधिक कोविड-19 वैक्सीन लग सके। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि देश में COVID के मामले नए वेरिएंट के कारण भी बढ़ रहे हैं, जो दूसरे देशों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। परंतु उन्हें यकीन है कि भारतवासी साल 2020 की तरह इस बार भी करोना को तेजी से हरा देंगे। सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कि देश में लॉकडाउन जैसे हालात ना बने और सब कुछ सामान्य रूप से सही हो जाए।