भारत में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं। राजस्थान,मध्य प्रदेश,महाराष्ट्र,उत्तर प्रदेश और दिल्ली की सरकार है लगातार संक्रमण को रोकने के लिए सभी प्रयास कर रही हैं। इसी बीच एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण तेजी के साथ बढ़ रहा है, ठीक उसी तेजी के साथ संक्रमण अप्रैल के अंत तक समाप्त हो जाएगा। एक अध्ययन में यह बात पता चली है कि अप्रैल तक देश की 40 फ़ीसदी आबादी में एंटीबॉडी विकसित हो जाएंगी।
इस अध्ययन में यह बात सामने आई है पिछले साल दिसंबर के अंत तक 21 प्रतिशत आबादी में एंटीबाडी विकसित हो चुकी थी। अप्रैल के अंत तक इसमें सात प्रतिशत आबादी के और जुड़ने का अनुमान है। इसके अलावा टीकाकरण के जरिये 12 प्रतिशत और लोगों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाएगी। इस प्रकार भारत की 40 फ़ीसदी आबादी कोरोना संक्रमण से मुक्त हो पाएगी। इतना ही नहीं 28 प्रतिशत आबादी में संक्रमण के जरिये प्रतिरोधक क्षमता आ जाएगी। इसके अतिरिक्त कम-से-कम 13 प्रतिशत लोग अप्रैल के अंत तक वैक्सीन की पहली डोज ले चुके होंगे।
लैंसेट कोविड-19 आयोग ने कहा है कि भारत में यदि तत्काल रूप से संक्रमण को रोकने के लिए कठोर कदम नहीं उठाए गए तो जून 2021 के पहले सप्ताह तक देश में प्रतिदिन 1,750 से 2,320 मौतें होंगी। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य होंगे।