छत्तीसगढ़ के बीजापुर में कुछ दिनों पहले हुई घटना के बाद बीएसएफ के राकेश्वर सिंह अगवा हो गए थे।6 दिन बाद राकेश्वर सिंह को सरकार की मध्यस्थता के बाद छुड़ाया जा चुका है। सीआरपी अपने जवान के उनके पास पहुंचने की पुष्टि की। समझौते के लिए सरकार के द्वारा जिन लोगों को चुना गया था उसमें पद्मश्री धर्मपाल सैनी,गोंडवाना समाज के अध्यक्ष तेलम बोरैया शामिल थे। राकेश्वर सिंह मनहास के रिहा होने के बाद उन्हें बासागुड़ा ले जाया जाना है। सीआरपीएफ के डीजी ने मनहास के उनके पास पहुंचने की पुष्टि की है। राकेश्वर सिंह मनहास का मेडिकल किया जा रहा है।
#WATCH "Today is the happiest day of my life. I always remained hopeful of his return," says Meenu, the wife of CRPF jawan Rakeshwar Singh Manhas, on the release of her husband by Naxals in Chhattisgarh
Manhas was kidnapped by Naxals during the Bijapur attack on April 3 pic.twitter.com/SqeQGRKGAb
— ANI (@ANI) April 8, 2021
जवान की रिहाई के लिए मध्यस्थता कराने गयी दो सदस्यीय टीम ने बस्तर के 7 पत्रकारों को भी नक्सलियों के कब्जे से छुड़ाया गया है।नक्सलियों के बुलावे पर जवान को रिहा कराने बस्तर के बीहड़ में वार्ता दल समेत कुल 11 सदस्यीय टीम पहुंची थी।एएनआई की खबर के मुताबिक जम्मू में जवान राकेश्वर सिंह की रिहाई की खबर के बाद उनके परिवार में खुशी की लहर है। उनकी पत्नी मीनू ने एजेंसी से कहा,”उन्हें पति की सुरक्षि