उत्तर प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए योगी सरकार ने अब इसके लिए गाजियाबाद में पहली साइबर सेवा केंद्र की शुरुआत की है, जो भी व्यक्ति साइबर क्राइम का शिकार हुआ होगा। उन्हें अपनी शिकायत इस केंद्र पर आकर देनी होगी, जिसके बाद उस केंद्र की यह जिम्मेदारी होगी कि शिकायतों को अलग थाने और अलग विभागों में भेज कर उसकी जांच पड़ताल की जाए। बता दें साइबर केंद्र सिर्फ साइबर क्राइम से जुड़े हुए अपराधों पर ही एक्शन ले सकती है, जिसके लिए अतिरिक्त फोर्स और साइबर एक्सपर्ट की तैनाती की गई है।
" साइबर सेवा केंद्र को आज #गाजियाबाद की जनता को समर्पित किया गया,अपनी तरह का यह पहला केंद्र है जिसका मुख्य उद्देश्य साइबर क्राइम से बचाव हेतु प्रचार प्रसार एवं अपराध होने पर पीड़ित की तुरंत सुनवाई एवं वैधानिक कार्रवाई प्रचलित करना है …" https://t.co/iMNmzhln7f pic.twitter.com/KP2ewh5CHV
— Kalanidhi Naithani IPS (@ipsnaithani) March 6, 2021
खबरों के अनुसार गाजियाबाद के इस साइबर केंद्र में किसी भी थाने के अंतर्गत आने वाले व्यक्ति अपनी शिकायत आकर बता सकते हैं, जिसके लिए उन्हें सबसे पहले फॉर्म भरना होगा, जिसमें उन्हें अपनी जानकारी दस्तावेज अपनी शिकायत बतानी होगी, जिसके तीन कॉपी साइबर क्राइम करवाएगी। एक कॉपी थाने की होगी, जबकि दूसरी कॉपी साइबर केंद्र अपने डेटा के लिए रखेगी। वहीं तीसरी कॉपी पीड़ित अपने रिकॉर्ड के लिए रखेगा।
गाजियाबाद के एसएसपी ने अपने बयान बताया कि साइबर केंद्र लोगों को साइबर क्राइम के प्रति जागरुक करने का प्रयास करेगा। साथ ही शिकायतकर्ता अपनी रजिस्ट्रेशन नंबर से केस के अपडेटस के बारे में भी जान पाएंगे। बता दें सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि कई राज्यों में साइबर क्राइम के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। वही योगी सरकार अलग-अलग मुहिम के अंतर्गत साइबरक्राइम के खिलाफ सतर्कता फैलाने की कोशिश कर रही है। अभी हाल ही में महिलाओं की सुरक्षा के लिए योगी सरकार ने एक अभियान चलाया था, जिसमें जिले के अधिकारियों ने महिलाओं को साइबर क्राइम के बारे में जागरूक किया था।