कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद की विदाई पर प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में जो भाषण दिया था। वह निश्चित रूप से इतिहास बना था उसके बाद ऐसा लग रहा था कि अटल बिहारी वाजपेई वाली राजनीति भारत में दोबारा देखी जा सकती है। अब एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। उन्होंने गुर्जर समाज के एक कार्यक्रम में कहा, “हमें अपनी मूल पर अमृता नहीं भूलनी चाहिए। लोगों को नरेंद्र मोदी से सीख लेनी चाहिए जो प्रधानमंत्री बन जाए लेकिन अपनी जड़ों को नहीं भूले।”
राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी खुद को गर्व से चाय वाला कहते हैं। मेरे नरेंद्र मोदी के साथ राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन प्रधानमंत्री एक जमीनी व्यक्ति हैं। आजाद ने पीएम के साथ राजनीतिक मतभेदों का जिक्र कर उनकी तारीफ की तो कश्मीर की अर्थव्यवस्था को लेकर भी अपनी राय रखी। आजाद ने कहा, “हमारे समय में बजट कम होता था लेकिन हम अलग-अलग चीजों में पैसा लेते थे। आज काम दिखाई नहीं दे रहा है और उद्योग बंद है।” आपको बता दें एक दिन पहले ही जी-23 के नेताओं ने कांग्रेस के प्रमुख नेतृत्व को यह स्वीकार करने की नसीहत दी थी कि पार्टी कमजोर हुई है और इसे मजबूत करने के लिए काम करने की जरूरत है।