चुनाव से पहले असम घोषित हुआ अशांत राज्य, राज्यपाल जगदीश मुखी ने किया ऐलान

असम विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य की राज्यपाल जगदीश मुखी ने असम राज्य को अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है। पूरे राज्य में राज्यपाल के द्वारा ए एफ एस पी ए लागू कर दिया गया है।AFSPA सुरक्षाबलों को बिना वारंट तलाशी लेने और गिरफ्तारी की अनुमति देता है। असम के अलावा AFSPA नागालैंड, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लागू है।

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चित्र साभार: ट्विटर @jagdishmukhi

भारत के किसी भी राज्य में जब चुनाव संपन्न होते हैं उससे पहले लगातार कई ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो यह सिद्ध करती हैं कि कहीं ना कहीं चुनाव को प्रभावित करने के लिए कुछ असामाजिक तत्व लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी तरह की कई घटनाएं असम विधानसभा चुनाव से पहले दिखाई दे चुकी हैं। इसीलिए असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने असम राज्य की सुरक्षा के लिए और वहां के नागरिकों की सुविधा के लिए प्रदेश को अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है। पूरे राज्य में राज्यपाल के द्वारा एएफपीएसए लागू कर दिया है इसके अनुसार सुरक्षा बलों को बिना किसी वारंट के तलाशी लेने और गिरफ्तारी करने का अधिकार मिल जाता है। असम के अलावा नागालैंड,मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों में यह कानून लागू है।

राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि Armed Forces Act, 1958 की धारा 3 के तहत राज्य के राज्यपाल ने पूरे असम को 27 फरवरी 2021 से 6 महीने के लिए अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है। राज्यपाल की अनुमित होगी तो AFSPA को छह महीने से पहले भी हटाया जा सकता है। राज्यपाल ने यह निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि कुछ समय पहले ही असम के कई स्थानों से कई विस्फोटक पदार्थ बरामद हुए थे वहीं ऐसा माना जा रहा है असामाजिक तत्वों के द्वारा चुनाव को प्रभावित करने की योजना भी बनाई जा रही है।

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