दिल्ली से सटे हुए बॉर्डर पर किसान संगठन पिछले 3 महीने से आंदोलन कर रहे हैं। साथ ही अब वह अलग-अलग राज्यों में जाकर महापंचायतों में शामिल होकर सरकार के तीनों कृषि बिल कानून के खिलाफ भी आवाज उठा रहे हैं। इसी बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान नेता राकेश टिकैत के बयानों का जवाब देते हुए कहा कि अगर किसान संगठन सरकार द्वारा दिए गए कृषि बिल कानून को डेढ़ साल तक स्थगित करने का प्रस्ताव मान लेते हैं, तो सरकार उनसे बातचीत के लिए अभी भी तैयार है।
खबरों के अनुसार कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने बयान में कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबंध है। पीएम मोदी के नेतृत्व में रहकर हम भारतीय कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए सभी हल तलाश रहे हैं। केंद्र सरकार ने जब भी किसान संगठन से बैठकों में वार्ता की है, तब हमने पूरी संवेदना दिखाते हुए उनके सभी मतों को सुना है। अगर अभी भी वह अपना कोई मत लेकर हमारे समक्ष आते हैं, तो हम उन्हें पूरी निष्ठा के साथ सुनकर सुलझाने का प्रयास करेंगे।
दूसरी ओर जहां केंद्र सरकार किसान संगठन से बात करना चाहती है। वहीं महा पंचायतों में शामिल होने के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार ने कृषि बिल कानून वापस नहीं लिया तो वह 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ संसद की ओर मार्च निकालेंगे। साथ ही कहा की मार्च निकालने वाले किसान इंडिया गेट में जूताई भी करेंगे और वहां पर फसल भी ऊगायेंगे अगर केंद्र ने उन सभी की बातें नहीं मानी तो। बता गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा के बाद केंद्र और किसानों के बीच में एक बार भी वार्ता नहीं हुई है।