15-16 जून की आधी रात को जब गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच विवाद हुआ था। उस समय जिस कप्तान ने भारतीय सेना का नेतृत्व किया था उसे भारत सरकार के द्वारा सम्मानित किया गया है।जी हाँ उस समय भारतीय सेना की अगुवाई 16 बिहार रेजीमेंट के कैप्टन सोइबा मांणिगबा रंगमणि कर रहे थे। उन्हें मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सम्मानित किया है। पिछले दिनों भारत की सरहद पर भारतीय सेना का अद्भुत सामर्थ देखने को मिला था जिसमें प्रमुख रुप से सोइबा का सामर्थ्य भी शामिल था। गणतंत्र दिवस पर भी उनकी बहादुरी की चर्चा की गई थी।चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के खिलाफ गलवन घाटी में हुए संघर्ष के दौरान उन्हें आगे रहकर अपने साथियों का नेतृत्व करते हुए देखा गया।
Capt Soiba Maningba Rangnamei of 16 Bihar Regiment, who led his men during the Galwan valley confrontation on June 15 last year, was felicitated by Manipur CM N Biren Singh.
20 soldiers had lost their lives in the clash with Chinese troops in the Eastern Ladakh sector. pic.twitter.com/nrc1xMpeQn
— ANI (@ANI) February 23, 2021
15-16 जून की रात को जब चीनी सैनिकों ने भारतीय संसद में घुसने की कोशिश की थी तब बिहार रेजीमेंट के वीर भारतीय जवान संतोष बाबू ने निहत्थे ही उनसे मुकाबला किया था और उन्हें अपने क्षेत्र से बाहर खदेड़ दिया था। इस पूरी घटना में भारतीय सेना ने अपने 20 जवान को तो वहीं चीनी सेना के लगभग 40 जवानों को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। चीनी सैनिकों ने पहले से योजना बनाकर भारतीय सैनिकों पर हमला किया था, वहां पर ऐसी रोडे दिखाई दी गई जिन पर कटीले तार लगे हुए थे इसके अलावा लाठी डंडों का प्रयोग भी उस विवाद के समय किया गया था।