उत्तरी दिल्ली में पिछले साल जो हिंसा हुई थी उसे लेकर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम इस मामले की जांच कर रही है। पिछले साल जिस जो जांच दिल्ली पुलिस के द्वारा चल रही है उस दौरान 755 FIR के तहत अब तक 1818 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि अबतक 400 से ज्यादा मामलों को एसआईटी सुलझा भी चुकी है। वहीं अन्य मामलों की अब भी जांच जारी है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की तीन प्रमुख टीमों को लगाया गया था। इसमें से क्राइम ब्रांच की टीम एसआईटी भी बनाई गई है, जिसके पास सभी महत्वपूर्ण मामले दिए गए थे यह भी माना जा रहा है कि दंगों के पीछे साजिश करने के लिए भी एक मामला दर्ज किया गया था। उसकी जांच दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर सेल स्पेशल को भेज दिया गया था।
जानिए क्या कहते हैं आकड़े
दंगा मामले में पुलिस ने की कुल गिरफ्तारी:1818
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी:231
इसमें से एफआरएस के जरिए:137
ड्राइविंग लाइसेंस की तस्वीरों के इस्तेमाल के जरिये:74
दंगा मामले को लेकर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर:755
उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगा में मारे गए लोगों की संख्या:53
उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगा में घायल हुए लोगों की संख्या:581
दिल्ली पुलिस कमिश्नपर एस.एन.श्रीवास्तव ने दिल्ली हिंसा के बारे में की गई कार्रवाई पर कहा कि निष्पक्ष और पारदर्शी जांच सुनिश्चित करने के लिए हमने डिजिटल साक्ष्य जुटाने पर ज्यादा जोर दिया। इसके लिए तकनीक का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया गया और विज्ञान और तकनीक पर आधारित सबूतों को एकत्र किया गया। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने मिडिया कर्मियों को कहा कि जांच टीम ने आरोपियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज और फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम का इस्तेमाल कर सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के डेटा व लोकेशन का प्रयोग किया गया।