बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ हो रही है कार्रवाई, सरकार ने दी राज्यसभा में जानकारी

भारत सरकार ने आज राज्यसभा में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ हो रही कार्यवाही की जानकारी दी है। सरकार ने आंकड़ा पेश करते हुए बताया है कि 2016 से 2019 के बीच किस प्रकार बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसके अलावा सरकार ने यह भी बताया कि 2016 के बाद से घुसपैठियों के द्वारा की जाने वाली हरकतों में कमी आई है।

0
355

आज संसद के उच्च सदन राज्यसभा में भारत सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई के बारे में बता रही है। कल राज्यसभा के 4 सांसदों का विदाई समारोह था जिसमें भारत की संसद गमगीन दिखाई थी। प्रधानमंत्री मोदी और गुलाम नबी आजाद के बीच हुई भावुक बातों ने वास्तव में भारत के लोकतंत्र को कल नया आयाम दिया। भारत सरकार ने आज राज्यसभा ने बताया कि 2016 से लेकर 2019 तक अब तक बहुत सारे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सरकार के द्वारा कार्रवाई की गई है। आज लोकसभा में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद भाषण देंगे।

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा में कहा है कि भारत बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 319 किलोमीटर की लंबाई में नदियों और दुर्गम स्थानों के कारण बाड़ लगाना संभव नहीं है। दुर्गम स्थान वाले क्षेत्रों में घुसपैठ की घटनाओं को रोकने के लिए संवेदनशील कैमरे सरकार के द्वारा लगाए गए हैं इसके अलावा घुसपैठ की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मी नदियों में नाव के माध्यम से नजर रखते हैं।

नित्यानंद रायराय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भारत-बंगला देश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जमीन अधिग्रहण नहीं होने के कारण लगभग 60 किलोमीटर में बाड़ नहीं लगाया जा सका है। इन स्थानों से घुसपैठ का प्रयास होते रहते हैं, जिसे सीमा सुरक्षा बल के जवान विफल करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से 2020 के दौरान कुल 2548 घुसपैठ की घटनाएं हुई। इस संबंध में 2014 प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज की गई तथा 4189 लोगों को नामजद किया गया। केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि भारत के सैनिक इन आरोपियों को राज्य सरकार को सौंप देते हैं लेकिन राज्य सरकार इनके खिलाफ कोई भी कड़ी कार्रवाई नहीं करती।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here