प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लगातार असम के लिए विकास कार्य किए जा रहे हैं। आज भारत के प्रधानमंत्री असम तथा पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने आज असम में एक रैली को संबोधित किया। इस रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “शहीदों के शौर्य की साक्षी यह धरती, असम का अतीत मेरे मन को असमिया गौरव से बार-बार भर देता है। हिंसा,आभाव,तनाव, भेदभाव पक्षपात और संघर्ष जैसी बातों को पीछे छोड़ कर पूरा नॉर्थ ईस्ट विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। और विकास के पथ पर आगे बढ़ने में असम की प्रमुख भूमिका है।”
आज देश को बदनाम करने के लिए साजिश रचने वाले इस स्तर तक पहुंच गए हैं कि भारत की चाय को भी नहीं छोड़ रहे हैं।
कुछ दस्तावेज सामने आए हैं, जिनसे खुलासा होता है कि विदेश में बैठी कुछ ताकतें चाय के साथ भारत की जो पहचान जुड़ी है उस पर हमला करने की फिराक में हैं: पीएम #NaMoWithNewAssam pic.twitter.com/czV8Xl2WjK
— BJP (@BJP4India) February 7, 2021
पीएम मोदी ने कहा, “असम के दूरदराज इलाकों में हॉस्पिटल से सपने होते थे। अच्छे अस्पतालों का मतलब लंबी दूरियां और कठिनाई होती थी। लोगों को यही चिंता सताती थी कि कोई मेडिकल इमरजेंसी ना आ जाए। यह समस्याएं अब समाधान की ओर बढ़ रही है। ऑफिस पर को आसानी से देख तथा महसूस कर रहे होंगे। आजादी के 7 दशकों में यानी 2016 तक असम में केवल 6 मेडिकल कॉलेज थे जबकि पिछले 5 सालों में 6 मेडिकल कॉलेज बनाने का कार्य शुरू हो चुका है। चुनाव के बाद जब असम में हमारी सरकार बनेगी तो हम आपसे वादा करते हैं कि एक मेडिकल कॉलेज और एक टेक्निकल कॉलेज आपकी स्थानीय भाषा में खोला जाएगा। गुवाहाटी में भी एक एम्स होगा। गुवाहाटी असम ही नहीं बल्कि पूरे नॉर्थईस्ट का भविष्य बदलने का काम करेगा।”
ভাৰতীয় চাহৰ পৰিচয় আৰু ঐতিহ্যমণ্ডিত চাহ উদ্যোগক বদনাম কৰিবলৈ চলা আন্তঃৰাষ্ট্ৰীয় ষড়যন্ত্ৰৰ বিৰুদ্ধে মাননীয় প্ৰধানমন্ত্ৰী @narendramodi ডাঙৰীয়াই যি সবল প্ৰতিৰোধ গঢ়ি তুলিছে, তাৰ বাবে তেখেতক আমি আন্তৰিক ধন্যবাদ জনাইছোঁ।#NaMoWithNewAssam pic.twitter.com/ykqeXu7L0t
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) February 7, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा असम की खुशहाली और यहां की प्रगति का बहुत बड़ा केंद्र असम की चाय के बागान भी हैं। चाय बागान में काम करने वाले भाइयों और बहनों के लिए 1000 करोड रुपए की विशेष योजना की घोषणा की गई है…देश को बदनाम करने के लिए साजिश रचने वाले इस स्तर तक पहुंच गए हैं कि वे भारत के चाय को भी नहीं छोड़ रहे… साजिश करने वाले कह रहे हैं कि भारत की चाय की छवि को बदनाम किया जा रहा है। क्या आपको यह हमला मंजूर है इस हमले के बाद चुप रहने वाले लोग मंजूर हैं? आपको जो चुप बैठे हैं, उन सभी राजनीतिक दलों से असम का हर आदमी, हर चाय पीने वाला हिंदुस्तानी जवाब मांगेगा।