गणतंत्र दिवस का महोत्सव जहां एक तरफ हमारे स्वाभिमान का प्रतीक है वहीं दूसरी तरफ हमारे देश की अस्मिता को विश्व स्तर पर बढ़ाने वाले लोगों को पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा रहा है। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भारत के द्वारा पद्म विभूषण दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ गायक एसपी बालासुब्रमण्यम, सेंड कलाकार सुदर्शन साहू, पुरातत्वविद बीबी लाल को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा मौलाना वहीदुद्दीन खान,डॉक्टर बेले मोनप्पा हेगड़े,नरेंद्र सिंह को भी पद्म विभूषण देने की घोषणा कर दी गई है। लोकसभा के पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन नृपेंद्र मिश्र को पद्म भूषण देने का ऐलान किया गया है। दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान,मौलाना कल्बे सादिक, केशुभाई पटेल,असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण देने का ऐलान हुआ है। सात लोगों को पद्म विभूषण और 10 लोगों को पद्म भूषण तथा 102 लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।
पद्म विभूषण से संबंधित व्यक्ति
- शिंजो आबे जापान के पूर्व प्रधानमंत्री हैं और उनके कार्यकाल में भारत और जापान के संबंधों में बड़ा बदलाव हुआ था। भारत में जापान से निवेश भी बड़ा। सितंबर 2027 में प्रधानमंत्री मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखी थी।
- बॉलीवुड गायक एसपी बालासुब्रमण्यम( मरणोपरांत) को कला के क्षेत्र में योगदान देने के कारण पद्म विभूषण दिया जा रहा है। उन्होंने 16 भाषाओं में लगभग 40 साल से ज्यादा गाने गाए थे। इससे पहले उन्हें 2001 में पद्मश्री और 2011 में पद्म विभूषण भी दिया गया था।
- कर्नाटक के डॉक्टर वेले मोनप्पा हेगड़े को चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान देने के कारण पद्म विभूषण दिया जा रहा है।साल 2010 में उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था।
- नरेंद्र सिंह कंपनी भारतीय मूल के अमेरिकी भौतिक विज्ञानी है जो फाइबर ऑप्टिक्स में अपने काम के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी में बड़ा और योगदान देने के कारण पद्म विभूषण के लिए चुना गया है।
- दिल्ली के मौलाना वहीदुद्दीन खान विख्यात इस्लामिक विद्वान और शांति कार्यकर्ता हैं। कई अंतरराष्ट्रीय सम्मान भी उन्हें मिल चुके हैं। वहीं पद्म विभूषण और मदर टेरेसा पुरस्कार और राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार से भी उन्हें नवाजा जा चुका है।
पद्मभूषण
- कांग्रेस के स्वर्गीय नेता तरुण गोगोई 2001 से 2016 तक असम के मुख्यमंत्री रहे थे। मुख्यमंत्री के कार्यकाल के समय में उनके राजकोषीय स्थिति में सुधार आया था तथा अलगाववाद में भी कमी आई थी।जनता ने उन्हें 6 बार लोकसभा का सांसद चुनाव था। 23 नवंबर 2020 को उनका निधन भी हो गया था।
- केशुभाई पटेल गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री थे और उन्हें मरणोपरांत पद्म विभूषण दिया जा रहा है। 1975 के समय जब देश में आपातकाल लगा तो उन्हें भी जेल जाना पड़ा था। वह जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे 29 अक्टूबर 2020 को उनका निधन हो गया।
- लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को भी जनसेवा के कारण पद्म भूषण दिया जा रहा है। वह 9 बार लोकसभा के सांसद थे और दो बार राज्यसभा में भी रहे। उनका नाम से प्रधानमंत्रियों के साथ मंत्रिमंडल में काम करने का रिकॉर्ड भी शामिल है। 74 साल की उम्र में 8 अक्टूबर 2020 को उनका निधन हो गया।
- सुमित्रा महाजन आठ बार इंदौर से लोकसभा चुनाव जीतने वाली प्रथम महिला सांसद हैं और उन्होंने लोकसभा तथा केंद्रीय मंत्री का पद भी संभाला है। देश के लोग उन्हें सुमित्रा ताई के नाम से भी जानते हैं। सुमित्रा महाजन को भी पद्मभूषण दिया जा रहा है।
- नृपेंद्र मिश्रा का जन्म 8 मार्च 1945 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। नृपेंद्र मिश्रा ने 2014 से 2019 तक प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया है।उन्होंने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण भारतीय दूरसंचार सचिव और भारत के उर्वरक सचिव के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया। लोक सेवा के क्षेत्र में अद्भुत प्रदर्शन करने के कारण उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया जा रहा है।
इसके अलावा करीब 102 लोगों को पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा रहा है जिनमें निम्न लोगों के नाम शामिल हैं
गुलफाम अहमद- कला, उत्तर प्रदेश, पी. अनिता- खेल, तमिलनाडु, रामास्वामी अन्नावरापु- कला, आंध्र प्रदेश, सुब्बु अरुमुगम- कला, तमिलनाडु, प्रकाशराव असवाडी- साहित्य एवं शिक्षा, आंध्र प्रदेश, भूरी बाई- कला, मध्य प्रदेश, राधेश्याम बारले-कला, छत्तीसगढ़, धर्म नारायण बर्मा- साहित्य एवं शिक्षा, पश्चिम बंगाल, लखीमा बरुआ- सामाजिक कार्य, असम, बीरेन कुमार बसाक- कला, पश्चिम बंगाल, रजनी बेक्टर- व्यापार एवं उद्योग, पंजाब, पीटर ब्रुक- कला, इंग्लैंड, सांग्खुमी बुआलछुआक- सामाजिक कार्य, मिजोरम, गोपीराम बारगाइन बुराभकत- कला, असम, बिजय चक्रबर्ती- लोक मामले, असम, सुजीत चट्टोपाध्याय- साहित्य एवं शिक्षा, पश्चिम बंगाल, जगदीश चौधरी (मरणोपरांत)- सामाजिक कार्य, उत्तर प्रदेश, त्सुल्त्रिम चोल्जोर- सामाजिक कार्य, लद्दाख, मोउमा दास- खेल, पश्चिम बंगाल, श्रीकांत दातार- साहित्य एवं शिक्षा, अमेरिका, नारायण देबनाथ- कला, पश्चिम बंगाल, चुटनी देवी- सामाजिक कार्य, झारखंड, दुलारी देवी- कला, बिहार, राधे देवी- कला, मणिपुर, शांति देवी- सामाजिक कार्य, ओडिशा, वायन दिबिया- कला, इंडोनेशिया, दादूदन गधावी- साहित्य एवं शिक्षा, गुजरात, परशुराम आत्माराम गंगावने- कला, महाराष्ट्र, जय भगवान गोयल- साहित्य एवं शिक्षा