प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कोरोना संक्रमण का भी जिक्र किया । प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारतीयों ने कोरोना से मुश्किल दौर में जो सेवाभाव दिखाया है, उस पर गर्व होता है।आज टी से लेकर टेक्सटाइल और थेरेपी तक दुनिया में भारत के प्रयासों की गूंज है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ” प्रवासी भारतीयों ने बीते समय में पहचान को मजबूत किया है,बीते समय में कई हेड ऑफ स्टेट से बात हुई उन लोगों ने कठिन समय में किस तरह सेवा भाव बनाए रखा? इस पर गर्व होता है। आपके संस्कार दुनिया के हर कोने में दिख रहे हैं। जहां आप रह रहे हैं, वहां और भारत में भी कोरोना की लड़ाई में सहयोग दिया है। संत तिरुवनलूर ने तमिल में कहा था कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ भूमि वह है जो विरोधियों से भी बुराई नहीं करती और सब की भलाई का काम करती है….शांति का समय हो या संकट भारतीयों ने सब का डटकर मुकाबला किया है। ”
प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा, ” भारत आज करप्शन को खत्म करने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है। पैसे आज सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंच रहे हैं। पहले आशंका जताई जाती थी कि भारत अलग अलग होने के चलते आजाद नहीं हो सकता लेकिन यह गलत साबित हुआ…आजादी के बाद यह कहा गया कि यहां डेमोक्रेसी नहीं हो सकती यह भी गलत साबित हुआ। दशकों तक यह नेटिव चला कि भारत अशिक्षित है,आज स्पेस के क्षेत्र में हमने नई ऊंचाइयां हासिल की हैं। महामारी के दौरान भारत ने अपनी क्षमताएं दिखा दी हैं जिस तरह दुनिया में भारत खड़ा हुआ है,उसकी मिसाल नहीं है। पीपीई टेस्टिंग किट भारत बाहर से मंगाया था,आज हम इसे एक्सपोर्ट कर रहे हैं। हमारे यहां कोरोना की फेटरलिटी रेट सबसे कम है। हम दो दो वैक्सीन ला रहे हैं दुनिया आज भारत की वैक्सीन का इंतजार ही नहीं कर रही अपितु हमारे वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर भी उनकी नजर है।”