उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के मुरादनगर में शमशान घाट पर एक भीषण हादसा हुआ।जिसमें करीब 25 लोगों की जान चली गई। उत्तर प्रदेश की सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख सहायता राशि देने का ऐलान किया है। इसके अलावा सरकार की ओर से यह भी ऐलान किया गया है,हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार ये पता चला है कि घायलों का इलाज प्राइवेट अस्पताल में फ्री चल रहा है। आज सुबह से ही ग्रामीणों ने शव रखकर जाम लगा दिया था। वे मुख्यमंत्री को बुलाए जाने की मांग पर अड़े थे। लखनऊ से मिले निर्देश के बाद गाजियाबाद के एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह ने मुआवजा देने का ऐलान किया। इस मामले में आज सुबह ईओ निहारिका सिंह, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष को गिरफ़्तार किया गया, जबकि ठेकेदार अजय त्यागी को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं।
हम आपको बता दें गाजियाबाद के मुरादनगर बंबा मार्ग पर स्थित श्मशान घाट के पास रविवार को जय राम के अंतिम संस्कार में उनके परिवार के तथा आस पड़ोस के लोग आए थे। अंतिम संस्कार खत्म होते ही उन लोगों को घर जाना था लेकिन जब तक वे घर के लिए निकलते तब तक श्मशान घाट की दीवार गिर चुकी थी। प्रत्यक्षदर्शियों का मानना है कि यह हादसा इतनी जल्दी हुआ कि लोगों की चीख पुकार भी सुनाई नहीं दी। लोगों ने एंबुलेंस को फोन किया तो हादसे के करीब 1 घंटे बाद तक वहां एंबुलेंस पहुंची तब तक कई लोग दीवार के नीचे अपना दम तोड़ चुके थे। यह बताया जा रहा है कि इस अंतिम संस्कार में करीब 50 लोग थे।