उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के सबसे प्रतिष्ठत सम्मान यश भारती को बंद कर दिया है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ राज ने इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि कलाकार, समाजसेवी, संस्कृति कर्मी और बुद्धजीवियो का सम्मान करने के लिए एक पुरस्कार की शुरुआत की जा रही है।
यूपी के योजना ने विभाग ने नए पुरस्कार के नाम की भी घोषणा कर दी है । नए पुरस्कार का नाम राज्य संस्कृति सम्मन रखा गया हैं। यूपी के योजना विभाग के अनुसार इस नए पुरस्कार को कुल 25 लोगों को दिया जाएगा और इसकी ईनामी राशि 5 लाख रुपए की होंगी। इस योजना के अन्तर्गत सबसे बड़ा सम्मान देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर दिया जाएगा।
यश भारती सम्मान, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिए जाना वाला सर्वोच्च सम्मान है. ये पुरस्कार साहित्य, समाजसेवा, पत्रकारिता, हस्तशिल्प, चिकित्सा, संस्कृति, शिक्षण, संगीत, फिल्म, विज्ञान, नाटक, खेल, उद्योग और ज्योतिष आदि के क्षेत्र में योगदान करने के लिए दिया जाता है।
यश भारती सम्मान की शुरुआत यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के द्वारा किया गया था । पहले इस सम्मान के तहत सम्मानित होने वाले लोगों को 1 लाख रुपए नगद दी जाती थी हालाकि कुछ समय बाद ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस सम्मान को बंद कर दी थीं।