अगस्त में श्री राम जन्म भूमि मंदिर के भूमि पूजन के बाद से मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। एक तरफ भगवान श्री राम के मंदिर के लिए धन एकत्रित किया जा रहा है तो वहीं बुधवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में मंदिर का नक्शा जारी कर दिया है।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 36 पन्नों का प्रारूप अपने फेसबुक के पेज पर शेयर किया है।श्री राम मंदिर के प्रथम प्रारूप के निर्माण तथा विकास में मुख्य मंदिर,तीर्थ क्षेत्र परिसर का विकास सम्मिलित है। वही दूसरे में धरोहर संवर्धन के तहत अयोध्या तीर्थ क्षेत्र के संलग्न श्रद्धा केंद्र का विकास शामिल किया गया है। भगवान राम का यह भव्य मंदिर आकाश को छूता हुआ दिखाई देगा और पूरी दुनिया के लिए भारतीय संस्कृति की पहचान बनेगा।
राम मंदिर में होंगी निम्नलिखित विशेषताएं:
- राम मंदिर में कुल पांच शिखर और 12 द्वार होंगे।जिसके तहत 2.7 एकड़ में मुख्य मंदिर का निर्माण होगा, मंदिर का कुल निर्मित क्षेत्र 57400 वर्गफीट होगा। बताया जा रहा है कि राम मंदिर में कुल 5 मंडप होंगे,मंदिर की लंबाई 360 फीट और चौड़ाई 235 फीट होगी मंदिर की शिखर सहित ऊंचाई 161 फ़ीट तय की गई है।
- राम मंदिर में कुल तीन तल होंगे, प्रत्येक तल की ऊंचाई 20 फीट होगी।मंदिर के भूतल में स्तंभों की संख्या 160, प्रथम तल में स्तंभों की संख्या 132 व दूसरे तल में 74 स्तंभ होंगे।
- भक्तिटीला में ध्यान एवं मनन निकुंज, तुलसी प्रकल्प में रामलीला केंद्र, 360 डिग्री थियेटर, रामदरबार में प्रोजेक्शन थियेटर, माता कौशल्या वात्सल्य मंडप में प्रदर्शनी कक्ष होंगे।
- झांकियों का परिसर, रामांगण में बहुआयामी चलचित्रशाला, रामायण प्रकल्प में आधुनिक सुविधा संपन्न पुस्तकालय, ग्रंथागार एवं वाचनालय होगा।
- इस भव्य मंदिर के एक भाग में बलिदानी लोगों की स्मृति में स्मृति कक्ष भी बनाया जाएगा।
- इस मंदिर में अमानती कक्ष सौर ऊर्जा पटल,जनरेटर, ऊर्जा उत्पादन केंद्र,स्वचालित सीढ़ियां,लिफ्ट तथा आपातकालीन चिकित्सा सहायता केंद्र भी बनाए जाएंगे।