बुधवार को किसान नेताओं तथा भारत सरकार के मंत्रियों के बीच लंबी बातचीत चली। इस बातचीत में पहले की तरह किसान नेताओं ने भारत सरकार के भोजन को ग्रहण करने इनकार कर दिया। लेकिन इस बार इस बातचीत के बीच एक ऐसी घटना घटित हुई जिसका किसी को भी अनुमान नहीं था। इस लंच के दौरान सरकार के मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से कहा, “आज हम भी एक खाना आपके साथ लंगर में ही खाएंगे। ” किसान नेताओं ने कृषि मंत्री की इस बात का मान रखा और कहा, “सरकार और किसान एक साथ भोजन करें इससे अच्छी बात क्या हो सकती है?” इसके बाद नरेंद्र सिंह तोमर तथा पीयूष गोयल ने किसानों के साथ भोजन किया।
सरकार के द्वारा यह कह दिया गया है कि जब तक किसान नेता आंदोलन खत्म नहीं करते, तब तक सरकार किसी भी प्रकार का आश्वासन नहीं देगी। एमएसपी पर विचार तभी संभव होगा जब किसान अपना आंदोलन वापस लें।अब तक किसानों के साथ हुई छह बैठक बेनतीजा रही है।इस बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकला है। मीटिंग में किसानों की ओर से यह मांग की गई है आंदोलन के दौरान जो साथी मारे गए हैं उनके परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान किया जाए। किसानों की मांगों पर विचार करने के लिए एक कमेटी का भी गठन किया जा सकता है।
Delhi: A 'Kar Sewa' tempo, carrying food for farmers delegation, seen at Vigyan Bhawan.
Sixth-round of talks over Farm Laws between Centre and farmer unions is currently underway https://t.co/LVIVnQCGQu pic.twitter.com/zj1hUwKZ0c
— ANI (@ANI) December 30, 2020