बुधवार को भारत के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित डिजिटल इंडिया अवार्ड वितरण समारोह में भाग लिया। इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, “यह साल समाप्त होने वाला है हमारी आशा है कि महामारी भी अब समाप्त हो जाएगी। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी, कोरोना वायरस ने सामाजिक संबंधों, आर्थिक गतिविधियों, स्वास्थ्य देखभाल,शिक्षा तथा जीवन के अन्य पहलुओं को बदल कर रख दिया है। भारत न केवल गतिशीलता प्रतिबंधों के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए तैयार था, बल्कि विभिन्न अखाड़ों में आगे बढ़ने के अवसर के रूप में हमने संकट का उपयोग भी किया। यह केवल इसलिए संभव हो पाया क्योंकि हाल के वर्षों में डिजिटल इंडिया के ढांचे को मजबूत किया गया है।”
रामनाथ कोविंद ने कहा, “Arogya Setu, ई-ऑफिस और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेवाओं जैसे कि एक मजबूत ICT बुनियादी ढांचे द्वारा समर्थित प्लेटफार्मों के सक्रिय कार्यान्वयन ने देश को महामारी की कठिनाइयों को कम करने में मदद की है। एनआईसी देश में ई-गवर्नेंस और डिजिटल परिवर्तन का मशाल वाहक है। यह सरकार और नागरिकों के बीच बातचीत को सहज और परेशानी मुक्त बनाने के लिए कई प्रौद्योगिकी संचालित पहलें चला रहा है। हमें हर नागरिक की सुरक्षा और लाभ के लिए कागज रहित और संपर्क रहित मोड में सरकारी कार्यालयों के कामकाज के लिए अभिनव समाधान तलाशते रहना चाहिए। यह प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक पर्यावरण के अनुकूल बनाने में भी मदद करेगा।”
Information, it is said, is power. Sharing more information with more people not only enhances transparency in society, but also empowers citizens and civil society.
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 30, 2020
इस कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन ही किया गया था।इलेक्ट्रानिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) द्वारा प्रत्येक दो साल में डिजिटल इंडिया पुरसकार का आयोजन किया जाता है। संचार और आईटी मंत्री, रविशंकर प्रसाद, और आईटी सचिव अजय साहनी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस वर्चुअल कार्यक्रम में शामिल हुए।