देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रंट कॉरिडोर को आज देश के लोगों को समर्पित किया है। पीएम ने 351 किलोमीटर लंबे रेल खंड न्यू खुर्जा से न्यू भाऊपुर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का वर्चुअली उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम के साथ साथ केंद्रीय रेल मंत्री पियूष गोयल, यूपी के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज भी मौजूद रहे।
ये फ्रेट कॉरिडोर आत्मनिर्भर भारत के बहुत बड़े माध्यम होंगे।
उद्योग हों, व्यापार-कारोबार हों, किसान हों या उपभोक्ता, हर किसी को इसका लाभ मिलने वाला है।
औद्योगिक रूप से पीछे रह गए पूर्वी भारत को ये फ्रेट कॉरिडोर नई ऊर्जा देने वाला है।
– पीएम @narendramodi#VikasKaRailCorridor pic.twitter.com/FA7plR65M5
— BJP (@BJP4India) December 29, 2020
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि आज का दिन भारतीय रेल के गौरवशाली इतिहास को पहचान देने वाला दिन है। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज जब पहली दफा खुर्जा-भाउपुर कॉरिडोर पर पहली मालगाड़ी दौड़ी तो उसमें नए भारत की गुंज और गर्जना स्पष्ट सुनाई दी।
आंदोलन के नाम पर देश की संपति को नहीं करे बर्बाद
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंदोलनकारियों का जिक्र करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर आंदोलन के नाम पर देश की संपति को नुकसान पहुंचना उचित नहीं है क्युकी देश की संपति देश वासियों की ही है। देश की संपति पर किसी भी राजनीतिक पार्टी का कोई अधिकार नहीं है।
नए कोरिडोर के फ़ायदे
5,750 करोड़ रुपये की लागत से बना 351 किमी लंबा यह आधुनिक सेक्शन 25 एक्सल टन वेगन क्षमता के साथ भारी और लंबी ढुलाई के अनुकूल है इस नए कॉरिडोर के कारण मालगाड़ियों की औसत स्पीड मौजूदा 25-30 किमी प्रति घंटा से बढ़कर 60-70 किमी प्रति घंटा हो जाएगी। उत्तरी भारत से पूर्वी एवं पूर्वोत्तर क्षेत्रों तक कोयला, लोहा, स्टील, पेट्रोलियम उत्पाद, खाद्यान्नों का परिवहन सुगम होगा।