विश्व अभी कोरोनावायरस की मार से पूरी तरह उभरा भी नहीं है, उससे पहले ही विश्व को एक और महामारी का सामना करना पड़ रहा है सूत्रों के अनुसार यह बताया जा रहा है कि दुनिया भर में कई यूरोपीय और अन्य देश ब्रिटेन से यात्रा को प्रतिबंधित कर चुके हैं क्योंकि यूनाइटेड किंगडम में महामारी SARSCOV-2 कोरोनावायरस का नया संस्करण तेजी से फैल रहा है। इस संक्रमण से भारत को बचाने के लिए यूके से आने वाली सभी उड़ानों को 31 दिसंबर तक भारत ने निलंबित कर दिया है। यूके के स्वास्थ्य सचिव मेट हैनकॉक ने 24 दिसंबर को हाउस ऑफ कॉमंस को यह बताते हुए कहा कि यूके के अधिकारियों ने पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन को वेरिएंट के बारे में सूचित कर दिया है। उन्होंने यह बताया,”पिछले कुछ दिनों में हमने कोरोनावायरस के एक नए संस्करण की पहचान की है जो इंग्लैंड के दक्षिण में तेजी से फैलता दिखाई दे रहा है।”
भारत सरकार के अनुसार ब्रिटेन में कोरोनावायरस के नए स्वरूप से घबराने की आवश्यकता नहीं है। नीति आयोग के सदस्य और वैक्सीन पर गठित टास्क फोर्स के सह प्रमुख डॉक्टर बीके पाल के अनुसार नए स्वरूप में आया वायरस तेजी से फैलता जरूर है लेकिन इससे मरीजों के गंभीर रूप से बीमार होने,अस्पताल में अधिक संख्या में भर्ती होने तथा अधिक मौत होने का अभी तक कोई भी मामला सामने नहीं आया है। उनके अनुसार वायरस के स्वरूप के बदलने के बाद वैक्सीन की कारगरता और उसके वितरण के प्लान पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा।
क्या है यह नया कोरोनावायरस?
वेरिएंट की पहचान जिनोमिक सर्विलांस में कोविड-19 जिनोमिक यू.के. द्वारा की गई है। यह बताया जा रहा है कि यह वेरिएंट SARSCOV-2 कोरोनावायरस में कई तरह के म्यूटेशन का नतीजा है। यह बताया जा रहा है कि फिलहाल ऐसा कोई सबूत नहीं आया है जो यह बता सके कि इस तरह के वायरस से गंभीर बीमारी या मृत्यु दर की संभावना बहुत अधिक है। यह बताया जा रहा है कि इटली और फ्रांस से लेकर दक्षिण अफ्रीका तथा अमेरिकी अधिकारियों के द्वारा यह आशंका जताई जा रही है कि हमारे देश में इस वायरस के आगमन से कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।