कृषि आंदोलन के बीच कृषि मंत्री का खुला पत्र, कहा किसानों को धोखे में रख रही विपक्ष

देश के साथ साथ पूरे विश्व में भारत का नया कृषि बिल चर्चा का विषय बन गया है, इसी बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के नाम एक नया खुला पत्र लिखा है। वहीं इस पत्र के जारी होने के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर लोगों से पढ़ने की अपील की है।

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चित्र साभार: ट्विटर @nstomar

देश में 21 दिनों से अधिक समय से नए कृषि कानून को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में किसान धरने पर हैं। दिल्ली के स्थानीय लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है और कई जरूरी काम रुक गए हैं। किसान नेता और सरकार के विश्वसनीय के बीच सात से 8 दौर की बातचीत भी अब तक बेनतीजा रही है। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान भाइयों और बहनों के नाम एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने किसानों की चिंताएं दूर करने के साथ ही विपक्ष का मोहरा न बनने की सलाह भी दी।

नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि किसान भाइयों को इस कानून को लेकर जो भी भ्रम है, उसे दूर करना उनका परम कर्तव्य है। तोमर ने कहा कि किसान भाइयों को गुमराह करने, उनमें भ्रम पैदा करने का काम किया जा रहा है। हमारे किसाना भइयों और बहनों में कृषि कानून को लेकर जो भ्रम हैं, उन्हें दूर करना उनके साथ साथ देश के सत्ते में विराजमान लोगों का परम कर्तव्य है। अपने पत्र में आगे लिखते हुए कहा कि जिन लोगों ने 1962 के युद्ध में देश की विचारधारा का विरोध किया था।

वही लोग किसानों को पर्दे के पीछे से गुमराह कर रहे हैं, आज वे फिर से 1962 की भाषा में किसानों के साथ बात कर रहे हैं।

कृषि मंत्री के पत्र के बाद प्रधान मंत्री ने किया ट्वीट

कृषि मंत्री के पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि मंत्री ने किसानों को पत्र लिखकर अपनी भावनाएं प्रकट की हैं। किसान भाइयों से एक विनम्र संवाद करने का प्रयास किया है। पीएम ने कहा कि देश के सभी अन्नदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे लोग इस पत्र को एक बार आवस्या पढ़ें। देशवासियों से भी आग्रह है कि वे इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।

किसानों के बीच लगातार बोला जा रहा जूठ

नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने पत्र में बिना नाम लेते हुए विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि यह वहीं लोग है जो 1962 की युद्ध में देश का विरोध कर रहे थे और आज वही लोग किसानों के बीच लगातार झूठ फैला रहे हैं। किसानों को उनकी बातों में नहीं फंसना चाहिए। पत्र में कृषि कानूनों को लेकर फैलाए गए झूठ पर सफाई भी दी गई है। तोमर द्वारा इस पत्र को गृह मंत्री अमित शाह के साथ केंद्रीय मंत्रियों की बैठक के बाद लिखा गया है।

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