यूपी गेट पर लगभग 10 खाप पंचायतों के किसान बृहस्पतिवार को एकत्रित होंगे। खाप पंचायत के किसानों ने यूपी गेट पर आंदोलन कर किसान आंदोलन को मजबूत करने की अपनी रणनीति तैयार की है। इस पूरा आंदोलन का नेतृत्व भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत करेंगे। इसके साथ ही खाप पंचायत के किसानों ने यह निर्णय लिया है कि उनमें से 8 किसान एक बार फिर भूख हड़ताल पर बैठेंगे और अपनी मांग सरकार के सामने मजबूती से रखेंगे। वही, 20 दिसंबर को ही किसानों के सम्मान में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।
कृषि कानून के विरोध में पश्चिमी यूपी समेत उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा के किसानों ने बीस दिनों से यूपी गेट पर उपस्थित है। 14 दिसंबर को ही मुजफ्फरनगर के सोरम गांव में खाप पंचायतों ने कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए 17 दिसंबर को यूपी गेट पर आंदोलन को मज़बूती देने का एलान किया था। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत बालियान खाप का नेतृत्व करेंगे। इसी प्रकार से राठी, तोमर, अहलावत, लाठियान आदि खाप पंचायतों के मुखिया भी अपने-अपने किसानों के साथ सुबह-सुबह यूपी गेट पर उपस्थित होंगे।
अनुमान लगाया जा रहा है कि 80 से भी अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और गाड़ियों में किसान यूपी गेट पर पहुंचेंगे। इसी बीच यूपी गेट पर 7 से 8 हजार से भी अधिक किसानों की जुटने की उम्मीद की जा रही है। खाप पंचायत को लेकर यूपी गेट पर जुटे किसानों में भी बेहद उत्साह से जुटे है।
बता दे कि बुधवार को ही भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि रोजाना भारी संख्या में किसान यूपी गेट की तरफ बढ़ रहे है। खाप पंचायत के हजारों की संख्या में किसान बृहस्पतिवार को यहां पर पहुंचेंगे। जिसके बाद ही यहां पंचायत होगी और फिर आगे की रणनीति किसान तैयार की जाएगी।
किसानों का लगाया पुलिस पर आरोप, कहा आंदोलन के शुरू होने से पहले ही उन्हें रोका जा रहा
बृहस्पतिवार को होने वाली खाप पंचायत में हिस्सा लेने के लिए किसान गांवों से रवाना हो चुके है। शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गढ़, मुरादाबाद, कासगंज आदि स्थानों से किसान निकल चुके है।
किसानों का पुलिस पर आरोप है कि मंगलवार रात तक पुलिस किसानों को नहीं रोक रही थी, लेकिन बुधवार को सुबह से ही पुलिस जगह जगह-जगह किसानों को रोक रही है। डासना, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस, गढ़ आदि स्थानों से किसानों को रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों से कहा गया है कि जहां पर भी पुलिस रोके वह वहीं पर बैठकर धरना प्रदर्शन करने लगे। उनका मानना यह है कि सरकार किसानों की पंचायत सफल ही नहीं होने देना चाहती। इसलिए उन्हें जगह-जगह पर रोका जा रहा है।
खुफिया एजेंसीओ की भी पंचायत की पल- पल नज़र
खाप पंचायतों को लेकर पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी अब सतर्क हो गयी है। सादी वर्दीयो में खुफिया एजेंसी के अधिकारी किसानों के बीच है, जो पंचायत को लेकर पल- पल की एकत्रित कर रहे है। खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के माने तो अभी तक डेढ़ से दो हज़ार किसान यूपी गेट पर एकत्रित है।