भारत सरकार ने बिहार राज्य को एक और बड़ी सौगात दे दी है।आज भारत के केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोईलवर में प्रसिद्ध सोन नदी पर बने कोईलवर पुल का उद्घाटन किया। भारत के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस कार्यक्रम के संबोधन में कई प्रमुख बातें कहीं उन्होंने कहा कि हम सबसे ज्यादा ब्रिज असम के बाद यदि किसी प्रदेश में बना रहे हैं तो वह प्रदेश है बिहार। बिहार सरकार के एक सांसद ने नितिन गडकरी जी से निवेदन किया कि इस ब्रिज का नाम वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर रखा जाए।
इससे पहले भी सांसद ने बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस ब्रिज का नाम वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर रखने का निवेदन किया था। हम आपको बता दें इससे पहले यहां के लोग अंग्रेजों के द्वारा बनाए गए पुल के सहारे आवागमन करते थे।वर्चुअल उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, अश्विनी चौबे व वीके सिंह, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय, विप कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह सहित सरकार में शामिल अन्य मंत्री एवं इलाके से जुड़े सांसद-विधायक मौजूद रहे।
इस कार्यक्रम से संबंधित कुछ प्रमुख बातें
- कोईलवर पुल के निर्माण के बाद पटना, आरा, बक्सर, छपरा के बीच यातायात सुगम होगा। विशेषकर निर्माण सामग्री बालू, गिट्टी आदि की ढुलाई में सुविधा होगी।
- कोईलवर पुल की लंबाई 1.52 किलोमीटर है। अभी इसके 16 मीटर चौड़े तीन लेन का अपस्ट्रीम हिस्सा बनकर तैयार है।
- कोईलवर पुल के निर्माण में अब तक कुल 266 करोड रुपए की राशि खर्च हो चुकी है।
- अभी तक इस पुल की एक लेन चालू हो चुकी है और इस पुल पर डेढ़ मीटर चौड़े फुटपाथ की व्यवस्था भी की गई है।
- पटना स्थित गंगा नदी पर बने गांधी सेतू के विषय में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पटना में गंगा पर नया पुल का निर्माण 2024 तक हो जाएगा।
- बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी नितिन गडकरी की तारीफ करते हुए दानापुर से बिहटा तक एलिवेटेड सड़क बनाने की मंजूरी मिलने पर धन्यवाद दिया।