पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव निकट आ चुके हैं। पश्चिम बंगाल में सभी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार कर रही हैं। वर्तमान में वह सीधा मुकाबला भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच है लेकिन कहीं ना कहीं यह माना जा रहा है कि ओवैसी भी पश्चिम बंगाल की राजनीति में एंट्री कर सकते हैं। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नागरिकता संशोधन कानून पर बड़ा बयान दिया है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जनवरी तक सरकार नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू कर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि ममता बनर्जी को हिंदू शरणार्थियों से कोई भी सहानुभूति नहीं है। सरकार ने एक इरादा दिखाते हुए पड़ोसी देशों से आए हुए शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए नागरिकता संशोधन कानून पहले ही पास करा चुकी है।
कुछ सूत्र बताते हैं कि तृणमूल कांग्रेस में भी अब विरोध के स्वर उठने लगे हैं। तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता सुभेन्दु अधिकारी, अगर तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाते हैं तो ममता बनर्जी की सरकार चुनाव से पहले ही गिर जाएगी। इसका मतलब यह माना जा रहा है कि और लोग भी तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लेंगे। सुभेन्दु के द्वारा यह नहीं बताया गया है कि वे भारतीय जनता पार्टी में कब ज्वाइन होंगे? लेकिन तृणमूल कांग्रेस मान चुकी है कि वे अब तृणमूल कांग्रेस में नहीं है। ममता बनर्जी ने कुछ समय पहले का बिना नाम दिए उन पर निशाना साधते हुए कहा था कि वे लोग जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल है, मैं उनसे कहना चाहती हूं कि वह पार्टी छोड़कर जाने के लिए आजाद हुँ।