AIMIM प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी अपने विवादित बयानों के कारण जाने जाते हैं। कुछ लोगों ने अपना नेता समझते हैं तो कुछ लोग यह मानते हैं कि वह देश को बांटने वाली बात करते हैं। उनके दूसरे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के द्वारा दिए गए बयानों की एक बहुत लंबी श्रंखला है जिन्हें विवादित माना जाता है। चाहे तीन तलाक का मुद्दा हो,चाहे धारा 370 को हटाना हो, चाहे राम मंदिर का निर्माण हो और चाहे नागरिकता संशोधन कानून हो,इन सभी को धर्म से जोड़ कर एक धर्म विशेष की भावनाओं का लाभ लेने वाली नेता का नाम है असदुद्दीन ओवैसी।
आज 6 दिसंबर आज ही के दिन अयोध्या की विवादित मस्जिद को गिराया गया था।जिसे बाबर के द्वारा भगवान राम के मंदिर के ऊपर बनाया गया था। कई 100 सालों के बाद गुलामी का एक प्रतीक अयोध्या की धरती से मिटा था।उसके बाद आज 2020 में भगवान श्री राम की भव्य मंदिर का निर्माण प्रारंभ हुआ है।
असदुद्दीन ओवैसी ने आज बाबरी विध्वंस पर एक ट्वीट करते हुए लिखा, “आने वाली पीढ़ियों को याद दिलाएं और उन्हें बताएं कि 400 से ज्यादा सालों तक हमारी बाबरी मस्जिद अयोध्या में थी। इस मस्जिद के आंगन में हमारे पूर्वज इबादत करते थे और इसी मस्जिद के आंगन में हमारे पूर्वज रोजा तोड़ते थे। उनकी मौत हो जाती थी तो बगल में ही है कब्रिस्तान में उन्हें दफना दिया जाता था।”
On the night of December 22-23 1949, our #BabriMasjid was desecrated & illegally occupied for 42 years
On this date in 1992, our masjid was demolished before the whole world. The men responsible for this did not see even a day's punishment
Never forget this injustice [2]
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 6, 2020
अन्य ट्वीट में ओवैसी ने लिखा, “22 और 23 दिसंबर 1949 की रात को हमारी मस्जिद को अपवित्र किया गया। 22 सालों तक अवैध रूप से हमारी मस्जिद को कब्जे में रखा गया। आज ही के दिन 1992 में हमारी मस्जिद को ध्वस्त किया गया। इसके लिए अपराधियों को 1 दिन की जेल भी नहीं हुई इस नाइंसाफी को याद रखना।”
Remember & teach next generation to Remember. – Barrister @asadowaisi#babrimasjid pic.twitter.com/PuQmLmpVqi
— AIMIM (@aimim_national) December 6, 2020