पीएम मोदी ने किया बेंगलुरु प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन का शुभारंभ, डिजिटल इंडिया को बताया गेम चेंजर

प्रधानमंत्री मोदी ने आज वर्चुअल तरीके से बेंगलुरु प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन का शुभारंभ किया है। यह शिखर सम्मेलन 19 नवंबर से लेकर 21 नवंबर तक चलेगा और इसके माध्यम से कोरोना के बाद आने वाली चुनौतियों से किस तरह निपटा जा सकता है? इस पर चर्चा की जाएगी।

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प्रधानमंत्री मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस खास कार्यक्रम में नई तकनीक के साथ महामारी के बाद आने वाली प्रमुख चुनौतियों पर भी प्रधानमंत्री मोदी ने चर्चा की। हम आपको बता दें कि कर्नाटक सरकार बायोटेक्नोलॉजी एंड स्टार्टअप सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया और एमएम एक्टिविटी टेक कम्युनिकेशन के साथ मिलकर इस समिट का आयोजन किया है जो कि 19 नवंबर से 21 नवंबर तक चलेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम में कहा टेक्नोलॉजी ने मानवीय गरिमा को बढ़ाने का काम किया है।मौजूदा वक्त में लाखों किसान एक क्लिक पर वित्तीय सहायता समेत सभी जरूरी जानकारी हासिल कर पाते हैं। यह सब टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही संभव हो पाया है।

कोरोनावायरस के दौर में टेक्नोलॉजी ने गरीबों तक मानवीय मदद पहुंचाने में बहुत मदद की है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत के पास इंफॉर्मेशन के दौर में खुद को आगे रखने की भरपूर ताकत है। हमारे पास टेक्नोलॉजी से जुड़ा कमाल का नॉलेज मौजूद है हमारे पास एक बड़ा बाजार है। हमारे लोकल टेक सॉल्यूशन के पास इस दिशा में दुनिया को देने के लिए काफी कुछ है। मौजूदा समय में टेक सॉल्यूशन को भारत में डिजाइन किया जाता है फिर से पूरी दुनिया में पहुंचाया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि युवा साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन की दिशा में भी अहम रोल अदा कर सकते हैं।

इस वर्ष बेंगलुरु ट्रेक्सम में 2020 की टीम “NEXT IS NOW” रखी गई है।इस कार्यक्रम में उभरती हुई नई नई तकनीक से लेकर कोविड-19 के बाद आने वाली मुख्य चुनौतियों पर विचार विमर्श किया जा रहा है। इसके तहत संक्रमण के बाद के विश्व में उभरती मुख्य चुनौतियां और सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक तथा बायो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में प्रमुख प्रौद्योगिकी और नई तकनीकों के प्रभाव पर प्रमुख रूप से चर्चा की जा रही है।

Image Source: Tweeted by @BJP4India

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