भारत और चीन के बीच लद्दाख को लेकर कई महीनों से विवाद चला आ रहा है। जून महीने में इसी विवाद के तहत भारत के कई सैनिक सरहद पर शहीद हो गए थे और चीन के कई सैनिकों को भी भारत की सेना ने मौत के घाट उतार दिया था। लेकिन अब ऐसा बताया जा रहा है कि बहुत जल्द दोनों देशों की सेनाएं अपने अपने स्थान पर वापस जा सकती हैं और लद्दाख का विवाद समाप्त हो सकता है। 6 नवंबर को चुशुल में हुई आठवें कमांडर स्तरीय वार्ता के दौरान सेना को हटाने को लेकर दोनों पक्षों के बीच बातचीत की गई है। यानी कि अब दोनों देश अपनी सेनाओं को वापस बुला लेंगे। यह बताया जा रहा है कि सेना की वापसी एकदम नहीं होगी। सेना को वापस बुलाने के लिए 3 चरणों में उनकी वापसी कराई जाएगी जिसके लिए 1 हफ्ते का समय लगेगा।
इस वार्ता में बनाई गई योजना के तहत तीन चरणों में पेंगुइन झील इलाके को पहले हफ्ते में खाली किया जाएगा और तमाम टेंक तथा सैनिकों को वापस भेजा जाएगा। चरणबद्ध तरीके से दोनों देशों के बीच फिंगर इलाके मैंगो की झील को खाली कर अपनी पुरानी स्थिति पर पहुंचाने की सहमति बन गई है। हम आपको बता देंगे दूसरे चरण में दोनों देशों की सेना है प्रतिदिन 30% सैनिकों को हटाए गई और यह प्रक्रिया 3 दिनों तक चलेगी। हम आपको बता दें चीनी सेना फिंगर आठ के पास वापस लौटेगी तो वहीं भारतीय सेना अपने धानसिंह थापा पोस्ट पर वापस आएगी।