: अगले दो-तीन दिनों बाद दीपावली का महोत्सव आने वाला है। इस दिन भगवान राम अपने 14 वर्षों का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे। दुनिया को यह बताया था कि केवल अपने लोगों के सहयोग के बल पर ही दुनिया को जीता जा सकता है। उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े शत्रु को अपने बाहुबल, अपने बुद्धि बल और अपने साथियों की सहायता से हराया था। आज हमारे सामने भी एक बहुत बड़ा संकट है आज हमारे सामने संकट है। हमारे ही देश के लोगों को रोजगार देने का उनकी वस्तुओं को खरीदने का जिससे हम सभी लोग पीछे हट रहे हैं। भारत सरकार ने हमारी दीपावली को और भव्य बनाने के लिए बहुत सारे अहम निर्णय लिए हैं। जिसके द्वारा भारत के कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों की कमाई को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। यह बताया जा रहा है कि मंत्रालयों की वेबसाइट पर स्थानीय वस्तुओं को बनाने वाले लोगों के नंबर भी उपलब्ध कराए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार की खबर मिली है कि कपड़े बनाने वाले, कालीन बनाने वाले, दीपक बनाने वाले, घरों को सजाने वाले, पेंटर, चप्पल जूते बनाने वाले, इत्यादि लोगों के नंबर अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध कराए गए हैं। भारत सरकार का मानना है कि अब भारत के लोग भारत की वस्तुओं का अधिकतम उपयोग करें जिससे भारत के बाजार की मांग तेजी के साथ बड़े और हमारी अर्थव्यवस्था में भी ठीक भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
मेरा आग्रह है कि वोकल फॉर लोकल के साथ ही #Local4Diwali को भी खूब प्रमोट करें।
इससे स्थानीय पहचान तो मजबूत होगी ही, जो लोग ये सामान बनाते हैं, उनकी दिवाली भी रोशन हो जाएगी।
मेरे देश के लोग जो पसीना बहा रहे हैं, कुछ न कुछ नया कर रहे हैं, उनका हाथ थामना हम सबका दायित्व है। pic.twitter.com/tihdvSgNnN
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2020
हम सभी जानते हैं कि इस समय हमारे पड़ोसी देश चीन के साथ हमारे कैसे संबंध हैं? लगातार चल रही है सीमा विवाद में हमारे देश के कई सैनिक सरहद पर शहीद हो चुके हैं। और हम सभी यह भी जानते हैं कि हमारी छोटी-छोटी मदद भी हमारे पड़ोसी देश चीन के लिए बड़ी ताकत प्रदान करती है। इसीलिए हम सभी को भारत सरकार के साथ मिलकर अपने देश के लोकल बाजार को महत्वता देनी चाहिए। जिससे हमारे देश का पैसा देश में रहे और हमारे देश के लोगों की उन्नति हो सके।