रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को मुंबई में इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां की आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। यह बताया जा रहा है इन दोनों ने 2018 में आत्महत्या कर ली थी और सुसाइड नोट में अर्नब गोस्वामी समेत तीन लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे। सुसाइड नोट के अनुसार गोस्वामी और दूसरे आरोपियों ने नाईक को अलग-अलग प्रोजेक्ट के लिए डिजाइनर रखा था। लेकिन करीब 5.40 करोड रुपए का पेमेंट नहीं दिया था। इसके कारण उनकी आर्थिक व्यवस्था बिगड़ गई और उन्होंने आत्महत्या कर ली।
अरब की गिरफ्तारी के 12 घंटे बाद उनके ऊपर एक और मुकदमा दर्ज किया गया। मुंबई के N.M.जोशी ने पुलिस स्टेशन में धारा 353 के तहत FIR दर्ज हुई। न्यूज़ एजेंसी ANI के अनुसार अर्नब गोस्वामी पर महिला पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करने का आरोप है। बताया जा रहा है कि पुलिस जब गोस्वामी को गिरफ्तार करने आई, तो उन्होंने पुलिसकर्मी के साथ हाथापाई की। मुंबई पुलिस अर्नब गोस्वामी को बुधवार सुबह उनके घर से गिरफ्तार किया था! गोस्वामी ने मुंबई हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई है जिस पर आज सुनवाई हो सकती है। इससे पहले भी कई लोग गोस्वामी की गिरफ्तारी की सभी लोग निंदा कर चुके हैं।
Congress and its allies have shamed democracy once again.
Blatant misuse of state power against Republic TV & Arnab Goswami is an attack on individual freedom and the 4th pillar of democracy.
It reminds us of the Emergency. This attack on free press must be and WILL BE OPPOSED.
— Amit Shah (@AmitShah) November 4, 2020
अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है। रिपब्लिक टीवी और अर्णब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। यह हमें आपातकाल की याद दिलाता है फ्री प्रेस इस हमले का विरोध जारी रहेगा!”