बॉलीवुड अभिनेता शाहरूख खान आज अपना 55वां जन्मदिन मना रहे है। इस खास मौके पर फैंस और तमाम फिल्मी हस्तियां उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रही है। शाहरूख खान आज जिस मुकाम पर हासिल है, वहाँ तक पहुँचने के लिए उन्होंने बेहद मेहनत की है। पहले थियेटर आर्टिस्ट और फिर छोटे पर्दे पर अभिनय कर उन्होंने अपने करियर की शुरूआत की थी। शाहरूख के फैंस उन्हें किंग खान, डॉन और बादशाह आदि कई नामों से बुलाते है। एसआरके को बॉलीवुड में किंग ऑफ रोमांस भी कहा जाता है। उन्होंने केवल फिल्मों में ही नहीं बल्कि अपनी रियल लाइफ में भी काफी रोमांस किया है। शाहरूख और उनकी पत्नी गौरी खान की रियल लाइफ स्टोरी (Real life story of Gauri and Shahrukh Khan) भी किसी फिल्म से कम नहीं है।
किंग खान के जन्मदिन पर आज हम आपको शाहरूख और गौरी खान की रियल लव स्टोरी बता रहे है, जिसे सुनकर आप भी कहेंगे कि वे अपनी असल ज़िन्दगी में भी रोमांस के बादशाह है-
पहली नज़र में प्यार
शाहरुख खान और गौरी की पहली मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। पार्टी में गौरी को देखते ही शाहरुख को उनसे प्यार हो गया था। शाहरुख उस समय 18 साल के थे और गौरी केवल 14 साल की थी। शाहरुख गौरी के साथ डांस करना चाहते थे। बड़ी हिम्मत जुटाकर शाहरुख ने गौरी से डांस के लिए पूछा तो गौरी ने साफ मना कर दिया। गौरी ने कहा कि वह अपने बॉयफ्रैंड का इंतज़ार कर रही है लेकिन असल में उस समय गौरी का कोई बॉयफ्रैंड नहीं था। शाहरुख और गौरी के बीच पहली मुलाकात कुछ ऐसी रही थी।
जब मुंबई आ गई गौरी
गौरी और शाहरुख खान के बीच उस पार्टी के बाद अच्छी दोस्ती हो गई थी। गौरी को शाहरुख का स्टाईल और कॉन्फिडेंस काफी पसंद आया। शाहरुख खान गौरी को लेकर काफी पोसेसिव हुआ करते थे। वह नहीं चाहते थे कि गौरी को कोई और लड़का आंख उठाकर भी देखें। गौरी के बाल खोलने पर या छोटे कपड़े पहनने पर दोनों के बीच कई बार नोक-झोंक हुआ करती थी। एक दिन गौरी को अहसास हुआ कि उन्हें इस रिलेशनशिप को खत्म कर एक ब्रेक लेना चाहिए। शाहरुख के साथ अपना जन्मदिन मनाने के बाद गौरी अपने कुछ दोस्तों के साथ मुंबई आ गई, जिसकी भनक शाहरुख को बिल्कुल भी नहीं पड़ी।
हुआ प्यार का अहसास
गौरी के मुंबई जाने की खबर मिलते ही शाहरुख ने भी मुंबई जाने का मन बना लिया। शाहरुख खान ने पूरी बात अपनी मम्मी को बताई। उनकी मम्मी ने शाहरुख को मुंबई जाने की इजाज़त दे दी और साथ में खर्च करने के लिए दस हज़ार रुपए भी दिए। मुंबई पहुंचकर शाहरुख ने गौरी को हर जगह ढूंढा लेकिन वह उन्हें कहीं नहीं मिली। एक दिन अचानक बीच पर शाहरुख और गौरी की मुलाकात हुई। एक-दूसरे को देखते ही दोनों गले मिलने के लिए दौड़ पड़े। गले मिलते समय दोनों काफी इमोशनल हो गए थे और उन्हें अहसास हो गया कि वह एक-दूसरे के बगैर नहीं रह सकते। इसके बाद दोनों ने शादी करने का फैसला ले लिया।
फैमिली ड्रामा शुरु
शाहरुख खान और गौरी ने शादी करने की बात जब अपने घर पर बताई तो गौरी के घरवालों ने इस शादी के लिए साफ इनकार कर दिया। हमारे देश में शादी के समय धर्म एक बहुत ही अहम भूमिका निभाता है। गौरी एक ब्राह्मण परिवार से थी और शाहरुख एक मुस्लिम परिवार से थे। गौरी के पिता शुद्ध शाकाहारी थे और उन्होंने घर में एक मंदिर भी बनवा रखा था। गौरी के पिता ने कहा कि वह एक ऐसे लड़के के हाथ में अपनी लड़की का हाथ नहीं दे सकते जो अपनी लाइफ में सेटल नहीं है और फिल्मों में काम करना चाहता है। शाहरुख खान ने बताया कि वह पिछले 5 सालों से गौरी से प्यार करते है और उनके साथ अपनी पूरी ज़िन्दगी बिताना चाहते हैं। शाहरुख ने इसके अलावा गौरी के पिता को मनाने के लिए कई प्रयास करें और अंत में उन्हें सफलता मिल ही गई।
25 अक्टूबर, 1991 को दोनों विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए। दोनों का विवाह हिंदू रीति-रिवाज़ से हुआ था। उनकी मैरीड लाइफ को 26 साल से भी ज्यादा हो गए है लेकिन आज भी दोनों के बीच प्यार एक युवा जोड़े की तरह ही बरकरार है। शाहरुख और गौरी तीन बच्चों के पैरेंट्स है। शाहरुख खान और गौरी के बीच कभी किसी प्रकार की अनबन की खबरें नई सुनाई दी। गौरी एक फिल्म निर्माता होने के साथ-साथ एक डिज़ाइनर भी है। शाहरुख और गौरी एक- दूसरे के काम को अच्छे से समझते है इसलिए आज लाखों प्रेमी जोड़े उन्हें अपने आदर्श के रुप में देखते हैं।