भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर अयोध्या के संत महंत परमहंस दास अयोध्या में अब आमरण अनशन पर बैठ चुके हैं। उनका कहना है कि भारत से मुसलमानों के संवैधानिक अधिकारों को समाप्त करके भारत को एक हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए। महंत परमहंस दास पिछले साल राम मंदिर के निर्माण को लेकर आमरण अनशन पर बैठ कर सुर्खियों में आए थे। महंत ने कहा, ” उनके द्वारा 6 महीने पहले प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को एक पत्र भिजवा कर यह सूचित कराया जा चुका है कि भारत का बटवारा धर्म के आधार पर हुआ था। पाकिस्तान इस्लामिक राष्ट्र घोषित कर दिया गया फिर भारत को हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं घोषित किया जाता? पाकिस्तान और बांग्लादेश को भारत में सम्मिलित करके अखंड भारत की घोषणा कर देनी चाहिए। ”
महंत परमहंस दास ने कहा, ” जिस तरह भारत का अल्पसंख्यक अपनी जनसंख्या को बढ़ाता जा रहा है एक दिन अल्पसंख्यक एक अलग देश की मांग करेंगे। इससे देश के फिर टुकड़े होने की आशंका है इसीलिए मेरी मांग है कि अब भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए। इस बात को रखते हुए महंत ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक यह कार्य नहीं होंगे तब तक मैं और जल का त्याग करूंगा। महंत परमहंस दास के इस आमरण अनशन से अब पूरे इलाके की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। अयोध्या के जिला प्रशासन ने उनकी सुरक्षा में कई पुलिस कर्मियों को भी खड़ा कर दिया है।
वहीं दूसरी ओर अयोध्या के हनुमानगढ़ी के संत महंत राजू दास राजस्थान में पुजारी को जिंदा जलाए जाने पर रुष्ट हैं और राजस्थान सरकार के विरोध में अनशन पर बैठ चुके हैं। उनका कहना है कि उस गरीब पुजारी के परिवार वालों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा, एक नौकरी और एक पक्का मकान दिया जाए। उन्होंने कहा कि एक पुजारी की हत्या हुई है इसीलिए कोई भी बोलने को तैयार नहीं है। जब किसी अन्य धर्म के व्यक्ति के साथ कुछ होता है तो लोग बोलने आते हैं। जब तक मेरी यह मांगे नहीं मानी जाती तब तक मैं आमरण अनशन पर बैठा रहूंगा।