उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को महिलाओं के लिए पूरी तरह सुरक्षित करने हेतु अब एक कठोर निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत शारदीय नवरात्र से वासंतिक नवरात्र तक मिशन ऑपरेशन और शक्ति ऑपरेशन चलेगा। पहले चरण में लोगों को महिलाओं की सुरक्षा के प्रति और महिलाओं का सम्मान करने हेतु जागरूक किया जाएगा। पर दूसरे चरण में महिलाओं पर अत्याचार और महिलाओं पर हिंसा करने वाले लोगों के प्रति एक्शन लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब यह नहीं चाहती कि उत्तर प्रदेश में दोबारा बलरामपुर और हाथरस जैसी घटनाएं घटित हो। क्योंकि उत्तर प्रदेश के हाथरस में घटी घटना ने उत्तर प्रदेश सरकार की और खासकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जो बदनामी की है वह आज तक नहीं हुई। प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करना चाहते।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि नवरात्रि के समय पूरे प्रदेश में भ्रूण लिंग हत्या नहीं करना, दहेज प्रथा पर रोक लगाना, महिलाओं पर होने वाली हिंसा को रोकना, बलात्कार जैसे जघन्य घटनाओं को प्रदेश से खत्म करना। इस प्रकार के मुद्दों पर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इन दोनों योजनाओं से उत्तर प्रदेश की सभी सामाजिक तथा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाली संस्थाएं भी जुड़ेंगी। जिससे उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अपराधों पर रोक लगाई जा सके। क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रद्धा के साथ मां भगवती की पूजा अर्चना करते हैं, और हिंदू संस्कृति में जितना वर्चस्व देवताओं का है उतना ही अधिकार देवियों का भी है। हिंदू धर्म में शक्ति से लेकर भक्ति और भक्ति से लेकर विद्या तक सभी को प्राप्त करने के लिए देवियों की पूजा की जाती है।