उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक युवती के साथ हुए बलात्कार ने पूरे देश को दहला दिया है। प्रदेश इस मामले में उचित न्याय की मांग कर रहा है कुछ लोग इस मामले पर राजनीति करके उत्तर प्रदेश के माहौल को भी बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने विरोधियों को खामोश करने के लिए और पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए एक ऐसा कदम उठाया है जिसकी हर ओर तारीफ हो रही है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हाथरस कांड की जांच सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है। फिलहाल इस मामले की जांच एसआईटी द्वारा कराई जा रही है लेकिन योगी सरकार ने इस मामले को सीबीआई के हाथों में सौंपने के लिए केंद्र सरकार से सिफारिश की है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी व डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने शनिवार को हाथरस में पीड़ित परिवार से मुलाकात की। वे कई जनप्रतिनिधियों से भी मिले और वरिष्ठ अधिकारियों से इस पूरे मामले से जुड़े सभी तथ्यों की विस्तार से जानकारी दी। दोनों अधिकारियों ने वापस आकर शनिवार को मुख्यमंत्री योजना को पूरे मामले के बारे में बताया जिसके बाद मुख्यमंत्री ने गहन समीक्षा करके इस मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है इसकी पड़ताल करने को लेकर किया। इससे एक दिन पहले ही गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में गठित एसआईटी की पहली रिपोर्ट मिलने पर हाथरस के एसपीजी क्रांतिवीर तथा तत्कालीन सीईओ राम शब्द समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया गया है। अब देखना यह होगा क्या सीबीआई जांच इस मामले में उचित न्याय कर पाएगी? क्या उन चारों आरोपियों को उचित सजा मिलेगी? यह 2022 के चुनावों तक ऐसी राजनीति या चलती रहेगी।