हाथरस में युवती के साथ हुआ बलात्कार और उसके बाद उसकी मौत उत्तर प्रदेश प्रशासन पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा करती है। इसी को लेकर लगातार पूरे देश के लोग उत्तर प्रदेश की सरकार उत्तर प्रदेश के प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी योगी आदित्यनाथ से बात की और पीड़ित को न्याय तथा दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात कही। इसी बीच सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में 3 सदस्य एसआईटी कमेटी बनाई गई है जो इस मामले की जांच करेगी। इससे पहले सीएम योगी ने कहा था, ” यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इस घटना के दोषी नहीं बचेंगे, उन्होंने कहा था कि इस मामले की तुरंत जांच होगी और त्वरित न्याय दिलाया जाएगा। ”
योगी की कड़ी कार्यवाही
“हाथरस मामले में सीएम योगी का एलान “25 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी, परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी, एक सरकारी मकान, फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई, सीएम योगी ने पीड़ित परिवार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात भी की।”
योगी की कड़ी कार्यवाही: हाथरस मामले में सीएम योगी का एलान- 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी, परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी, एक सरकारी मकान, फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई, सीएम योगी ने पीड़ित परिवार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात भी की. pic.twitter.com/yteViaKtrC
— Vikas Bhadauria (ABP News) (@vikasbha) September 30, 2020
मंगलवार को सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत के बाद पुलिस शव को लेकर हाथरस पहुंची। उस वक्त रात के 12 बजकर 45 मिनट हो रहे थे। एंबुलेंस के पहुंचते ही लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। नाराज ग्रामीण सड़क पर ही लेट गए। एसपी-डीएम लड़की के बेबस पिता को अंतिम संस्कार के लिए समझाते रहे और आखिरकार पुलिस के कड़े कहरे के बीच सुबह होने से पहले ही उसकी चिता को आग लगा दी गई।
“आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए!”
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 30, 2020