बाबरी विध्वंस मामले की सुनवाई खत्म हो चुकी है। आज लखनऊ की विशेष अदालत ने इस पर फैसला देते हुए 32 आरोपियों को बरी कर दिया है। यह फैसला लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के लिए खुशी का पल लेकर आया है। इन दोनों ने पूरी जीवन राम मंदिर आंदोलन के लिए और राम मंदिर के निर्माण के लिए संघर्ष किया है। 92 साल की आडवाणी ने इस पूरे मामले पर कहा, ” कोर्ट के निर्णय ने मेरी और मेरी पार्टी की जन्मभूमि आंदोलन को लेकर प्रतिबद्धता और समर्पण को सही साबित किया है। “फैसला आने के बाद लालकृष्ण आडवाणी ने जय श्री राम का नारा भी लगाया। इससे पहले 4 अगस्त को जब राम मंदिर पर उन्होंने बयान दिया था, तब उन्होंने कहा था, “जीवन के कुछ सपने पूरे होने में बहुत समय लेते हैं। लेकिन पूरे होते हैं तो लगता है कि प्रतीक्षा सार्थक हुई है।”
वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने बयान देते हुए कहा, ” कोर्ट ने सही फैसला दिया है 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में कोई साजिश नहीं हुई थी। तब हमारा कार्यक्रम और रैलियां किसी षडयंत्र का हिस्सा नहीं थी। हम खुश हैं सभी को राम मंदिर को लेकर उत्साहित होना चाहिए। ”
इसके अलावा भारत के रक्षा मंत्री, भारत के प्रधानमंत्री और भारत के गृह मंत्री समेत भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं ने इस फैसले पर खुशी जताई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा, “लखनऊ की विशेष अदालत द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में श्री लालकृष्ण आडवाणी, श्री कल्याण सिंह, डा. मुरली मनोहर जोशी, उमाजी समेत ३२ लोगों के किसी भी षड्यंत्र में शामिल न होने के निर्णय का मैं स्वागत करता हूँ। इस निर्णय से यह साबित हुआ है कि देर से ही सही मगर न्याय की जीत हुई है।”
लखनऊ की विशेष अदालत द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में श्री लालकृष्ण आडवाणी, श्री कल्याण सिंह, डा. मुरली मनोहर जोशी, उमाजी समेत ३२ लोगों के किसी भी षड्यंत्र में शामिल न होने के निर्णय का मैं स्वागत करता हूँ। इस निर्णय से यह साबित हुआ है कि देर से ही सही मगर न्याय की जीत हुई है।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 30, 2020