भारत पर सबसे ज्यादा दिनों तक राज करने वाली कांग्रेस अब धीरे-धीरे सिमटती जा रही है। कुछ समय पहले मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी। लेकिन कांग्रेस की वंशवादी नीतियों के कारण कांग्रेस के युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और दोबारा शिवराज सिंह चौहान की सरकार मध्यप्रदेश में बनी। अब मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव होने वाले हैं, जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी अपनी ताल ठोक रही है। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अब यह निर्णय लिया है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भेजा जाएगा। वहीं दूसरी और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी को उन स्थानों पर चुनाव प्रचार करने के लिए भेजेगी जहां पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का दबदबा है। प्रियंका गांधी का ध्यान ग्वालियर और चंबल पर रहेगा। चुनावी तारीखों के तय होने के बाद सड़क के रास्ते आगरा से धोलपुर होते हुए वे मध्यप्रदेश पहुंचेगी। यहां से मुरैना आएंगी। इसके बाद अंबाह, दिमनी, मेहगांव, गोहद और ग्वालियर पूर्व में रोड शो करेंगी। मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसमें से 16 सीटें ग्वालियर और चंबल से हैं ऐसे में कांग्रेस भाजपा में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती प्रियंका गांधी के साथ सचिन पायलट को भी इस क्षेत्र में इसीलिए उतारा जा रहा है क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया को सचिन पायलट का जिगरी यार कहा जाता है। जब सचिन पायलट ने पार्टी से बगावत की तब ज्योतिरादित्य सिंधिया पर ही आरोप लग रहे थे कि उन्होंने सचिन पायलट को भड़काया है हालांकि सचिन पायलट दोबारा कांग्रेस में वापस आ गए।
कांग्रेस पार्टी मुख्य रूप से प्रियंका गांधी, सचिन पायलट पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के चेहरे पर मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी। वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी शिवराज सिंह चौहान ज्योतिरादित्य सिंधिया नरोत्तम मिश्रा फग्गन सिंह कुलस्ते, कैलाश विजयवर्गीय, राजेंद्र शुक्ला के चेहरे पर अपने प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाएगी।