भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की। यह चर्चा प्रदेश में तेजी से फैल रहे हैं संक्रमण को किस तरह से रोका जाए इस पर आधारित थी। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। देश में कुल 700 से अधिक जिले हैं लेकिन कोरोना सबसे ज्यादा इन्हीं 7 राज्यों के 60 जिलों में प्रभावी है। जिलों में कोरोना को नियंत्रित करना मुश्किल तो नहीं है। उनके अनुसार यदि मुख्यमंत्री एक हफ्ते तक एक दिन 1 घंटे का समय निकालकर स्थानीय अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक करें तो निचले स्तर तक गंभीरता लाने में मदद मिल सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना के माइक्रो कंटेंटमेंट जॉन पर जोर देते हुए ट्रैकिंग और ट्रैकिंग सिस्टम को मजबूत करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रियों को एक-दो दिन के लिए लगाए जाने वाले लॉकडाउन पर पुनर्विचार करना चाहिए। प्रधानमंत्री का कहना है कि ऐसी रणनीति बनानी होगी जिससे कोरोना को भी रोका जा सके और बाकी गतिविधियां भी सामान्य रूप से चल सके। उन्होंने कहा कि सेवा और सामान की आवाजाही में रुकावट से सामान्य नागरिक को अनावश्यक परेशानी होती है। जिससे जनजीवन भी प्रभावित होता है और आजीविका पर भी असर पड़ता है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों को ऑक्सीजन की बिना रुकावट के आवाजाही सुनिश्चित करने की भी अपील की। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों को बताया कि केंद्र सरकार ने बुधवार को एसडीआरएफ के इस्तेमाल का अहम फैसला लिया है। अब एसडीआरएफ का इस्तेमाल 35%से बढ़कर 50 % तक किया जाएगा।
देश में कोरोना (Coronavirus) संक्रमितों का आंकड़ा 44 लाख के पार पहुंच गया है। 24 घंटे में 95735 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 24 घंटों में 1172 लोगों की मौत हुई है जो अब तक का सबसे ज्यादा मौतों का आंकड़ा है। कोरोना के अब तक कुल 44,65,863 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। कुल 34,71,783 ठीक हुए हैं। जबकि 75062 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना से रिकवरी रेट 77.74% है जबकि पॉजिटिविटी रेट 8.47% है, स्वास्थ्य विभाग के ही आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में अब तक 2,53,075 संक्रमित मरीज अब तक सामने आ चुके हैं। पहला मरीज 2 मार्च को पाया गया था। तब से लेकर अब तक यह आंकड़ा सामने आया है। दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज को मिले अब सात महीने करीब-करीब पूरे होने जा रहे हैं। करीब 1.80 करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में अब तक 26 लाख से अधिक लोगों की जांच भी हो चुकी है।
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