बिहार के डीजीपी ने ली स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति, लड़ सकते हैं बिहार विधानसभा चुनाव

बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने अपनी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के लिए गृह विभाग को पत्र लिखा था और गृह विभाग ने उनकी सेवानिवृत्ति को मंजूरी दे दी है। सूत्रों के अनुसार अब गुप्तेश्वर पांडे बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।

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Image Source: Twitter Profile Pic

1987 बैच के पुलिस अधिकारी और बिहार के DGP गुप्तेश्वर पाण्डेय ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने गृहविभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग की थी। जिसको स्वीकार भी कर लिया गया है। इस बीच अब राज्य सरकार ने फायर सर्विस व होमगार्ड के DG संजीव सिंघल को DGP का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। गुप्तेश्वर पाण्डेय पूर्व DGP बिहार विशेष शाखा में IG रहे थे। वे मुजफ्फरपुर और दरभंगा जोन के IG था ADG मुख्यालय, ADG बेतार और ADG बीएमपी रहे। गुप्तेश्वर पाण्डेय की छवि एक कड़क और ईमानदार अधिकारी की रही है।

क्या राजनीति में आयंगे पूर्व DGP?

बिहार के पूर्व DGP ने कदम कदम पर बिहार की राजनीति में अपना रुख साफ किया है। चाहे वह सुशांत सिंह का मामला हो या फिर रिया का व्यवहार हो, इसी कारण वे हमेशा राजनेताओं के निशाने पर रहे ! क्यों कि अब इन्होने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है तो ये माना जा रहा है कि वे सक्रिय राजनीति में कदम जरूर रखेंगे !और उनकी पार्टी होंगी जेडीयू ! क्यों कि गुप्तेश्वर पाण्डेय ने हमेशा नितीश कुमार की ढाल की तरह काम किया है। गुप्तेश्वर पाण्डेय 31 जनवरी 2019 को बिहार के DGP बने थे उनका कार्यकाल 28 फरवरी 2021तक था।

आईपीएस रहते हुए उनका प्रशासनिक अनुभव अद्भुत है। बिहार में अपराध को कम करने का कार्य उन्होंने किया। कई क्षेत्रों में उनके काम के कारण अपराधियों की गुंडागर्दी पर लगाम भी लग गयी। 1993-1994 तक उन्होंने बेगूसराय में अपराध को समाप्त कर वहां की व्यवस्था को ठीक प्रकार चलाया। वहीं 1995-1996 तक जहानाबाद के SP बनकर उस क्षेत्र की व्यवस्था को ठीक किया।आईजी रहते गुप्तेश्वर पांडेय ने साल 2009 में वीआरएस ले लिया था। तब उनके बक्सर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा थी। हालांकि बाद में वे किसी भी दल से चुनावी मैदान में नहीं उतरे और वीआरएस को भी वापस ले लिया था।

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