पूरा विश्व जानता है कि भारत ने अनेकों आक्रमण सहे हैं। प्रत्येक आक्रमण के पश्चात भारत की परिस्थितियों को और भारत के इमारतों को बदला गया। लाखों उजड़ी हुई इमारत इस बात की गवाही देती हैं कि कभी वहां पर हिंदू समाज के मंदिर हुआ करते थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद यह बात भी साबित हो गई की अयोध्या की विवादित भूमि पर, कभी सनातन धर्म की धरोहर हुआ करती थी। इसीलिए अब वहां पर भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा। इसी बीच बिना अनुमति के श्री कृष्ण जन्म स्थान के दर्शन के लिए गए तथा श्री कृष्ण जन्मभूमि के आंदोलन का बिगुल फूंकने के उद्देश्य से मथुरा पहुंचे हिंदू आर्मी के 22 पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को पुलिस ने विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार कर लिया है। इन्हें शांतिभंग करने के आरोप में पकड़ कर न्यायालय में पेश किया गया है और इस मामले को लेकर पूरे इलाके में पुलिस अलर्ट पर है।
खुफिया तंत्र की खबर के अनुसार पुलिस ने लखनऊ से आने वाले हिंदू आर्मी चीफ मनीष यादव समेत 9 को थाना राया तथा 13 पदाधिकारियों सदर बाजार से भी हिरासत में लिया है। इसके अलावा कार्तिक वर्मा, हिमांशु पुष्पेंद्र सिंह, अमित शुक्ला, कार्तिक रघुवंशी सत्यनारायण, सत्येंद्र तिवारी, सुशील कुमार यादव सदानंद, अमित, सूरजभान, अर्पित श्रीवास्तव आदि को पकड़ा गया है। इसके अलावा कई और कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है। ।” एसएसपी ने बताया, “गिरफ्तार किए गए लोग राज्य के लखनऊ, गोरखपुर, आजमगढ़, गोंडा, बस्ती, अयोध्या आदि तथा राजस्थान के जयपुर और कोटा शहर से आए हैं और उनके मुताबिक उनके संगठन का गठन एक वर्ष पूर्व लखनऊ में किया गया था। वहीं से अलग-अलग शहरों से विभिन्न लोगों को सदस्य बनाया गया था।”
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया, “पिछले वर्ष लखनऊ में गठित किए गए हिन्दू आर्मी नाम के संगठन की ओर से एक सप्ताह पूर्व सूचना मिली थी कि वे लोग 21 सितम्बर से मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि को कथित रूप से मुक्त कराने के लिए आंदोलन शुरु करने जा रहे हैं। इसलिए हम लोगों ने अपने पूरे तंत्र को सक्रिय कर दिया था और बीती रात से ही सतर्कता बरतते हुए जो भी सदस्य जिस रास्ते से जिले में प्रवेश करता मिला, गिरफ्तार कर लिया गया।” उन्होंने बताया, “संगठन के पदाधिकारियों ने इस आंदोलन के लिए किसी भी स्तर पर कोई अनुमति नहीं मांगी थी। इसीलिए इनके इरादों की सटीक जानकारी मिलने पर भादंवि की धारा 151 के अंतर्गत शहर की शांतिभंग होने का अंदेशा होने के चलते सोमवार शाम तक कुल 22 लोगों को विधिक कार्रवाई हेतु सिटी मजिस्ट्रेट के सम्मुख भेज दिया गया।