राज्यसभा में हंगामा करने वाले सांसद रात भर महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने धरने पर बैठे रहे उन्हें सभापति तथा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने संसद में हंगामा करने के कारण सस्पेंड कर दिया था। मंगलवार सुबह सांसदों के धरना स्थल पर खुद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पहुंच गए। वह अपने साथ एक झोला लेकर गए थे, जिसमें सांसदों के लिए चाय थी। हरिवंश ने अपने हाथों से चाय निकाली और सांसदों को पिलाई और उन्होंने उन सांसदों से बात भी की।
दरअसल सरकार ने आठ विपक्षी सदस्यों को मौजूदा सत्र के बाकी समय के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया। जिसे सदन ने ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया। सस्पेंड किए सांसदों में कांग्रेस के तीन, तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई (एम) के दो-दो और आम आदमी पार्टी का एक सदस्य शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभापति हरिवंश के इस कदम की तारीफ करते हुए ट्वीट किया और कहा जिन सांसदों ने उन पर हमला किया और उनका अपमान किया। उनके लिए स्वयं चाय लेकर जाना श्री हरिवंश की खुले और बड़प्पन को दर्शाता है। यह उनकी महानता को दर्शाता है।मैं देश की जनता के साथ मिलकर देश के लिए हरिवंश जी को बधाई देता हूं। ”
बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी।
आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने श्री हरिवंश जी ने जो किया, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2020
इसके अलावा पीएम ने लिखा, “हर किसी ने देखा कि दो दिन पहले लोकतंत्र के मंदिर में उनको किस प्रकार अपमानित किया गया, उन पर हमला किया गया और फिर वही लोग उनके खिलाफ धरने पर भी बैठ गए। किन आपको आनंद होगा कि आज हरिवंश जी ने ले उन्हीं लोगों को सवेरे-सवेरे अपने घर से चाय ले जाकर पिलाई।”
हर किसी ने देखा कि दो दिन पहले लोकतंत्र के मंदिर में उनको किस प्रकार अपमानित किया गया, उन पर हमला किया गया और फिर वही लोग उनके खिलाफ धरने पर भी बैठ गए।
लेकिन आपको आनंद होगा कि आज हरिवंश जी ने उन्हीं लोगों को सवेरे-सवेरे अपने घर से चाय ले जाकर पिलाई।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2020
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, “कल राज्यसभा के लिए बुरा दिन था। कुछ सदस्य सभापति के आसान के सामने चले आए थे। उपसभापति को डराया गया। उन्हें उनके कर्तव्य पालन से रोका गया। ये दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। मेरी सांसदों से अपील है कि उन्हें इसका आत्मावलोकन करना चाहिए। ” राज्यसभा के ये सदस्य हैं- डेरेक ओ ब्रायन (टीएमसी), संजय सिंह (आप), राजू सातव (कांग्रेस), केके रागेश (सीपीएम), रिपुन बोरा(कांग्रेस), डोला सेन (टीएमसी), सैय्यद नासिर हुसैन(कांग्रेस) और इलामारन करीम (सीपीएम)।