उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियां हमेशा से ही उड़ती रहीं हैं। चांहे बहुजन समाज पार्टी की सरकार हो, चाहे समाजवादी पार्टी की सरकार हो और चाहे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार हो। कोई भी सरकार आज तक यह दावा नहीं कर सकी कि उसकी सरकार में कानून व्यवस्था इतनी दुरुस्त थी। कि किसी भी प्रकार का अपराध उत्तर प्रदेश में कदम नहीं रख सकता था। ऐसा ही यह गुनाह बुलंदशहर की सड़क हादसे में देखा गया जब सुदीक्षा नामक एक छात्रा कहीं जा रही थी, तब उसे कुछ मनचलों ने छेड़ने का प्रयास किया और इस पूरे विवाद में उसका एक्सीडेंट हो गया जिसके कारण उसकी जान चली गई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर सड़क हादसे में अपने प्राण गंवाने वाली सुदीक्षा के परिजनों से मुलाकात की। और उन्हें हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिजनों से बातचीत में सुदीक्षा के बारे में परिवार के कामकाज के बारे में जानकारी ली और उन्हें हर प्रकार से मदद करने का भरोसा दिया। उन्हें सांत्वना देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सुदीक्षा का जाना समाज के लिए अपूरणीय क्षति है, वह देश की बेटी थी और समाज की भी। बिटिया के जाने का सबको दुख है पर हिम्मत से काम ले! हम सब आपके साथ हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि सुदीक्षा के नाम पर प्रेरणा स्थल और लाइब्रेरी बनाई जाए ताकि क्षेत्र के बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती रहे। इसके अलावा सुदीक्षा के परिवार को सरकार की ओर से 15 लाख तथा सांसद सुरेंद्र नागर की ओर से 5 लाख की आर्थिक मदद भी की गई। सुदीक्षा के माता-पिता ने मुख्यमंत्री के मुलाकात के बाद यह कहा कि हमारी बातों को उन्होंने सुना और सुदीक्षा के नाम पर जो भी कुछ किया जा रहा है हमारी उनके लिए सहमति है और हमारे लिए संतोष का विषय है।