अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटना और लोकतंत्र की हत्या का असल मतलब क्या होता है, महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार हर दिन के साथ बता रही है। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के साथ जारी विवाद में शायद शिवसेना भूल गयी है कि ये राजनीति अखाड़ा है, कोई फ़िल्मी दुनिया नहीं जहाँ अपने निर्णय के सहारे किसी भी दृश्य को पलटा जा सके।
कंगना के दफ्तर पर बुल्डोजर चलाने के बाद अब महाराष्ट्र सरकार ने स्थानीय केबल ऑपरेटरों को ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ पर प्रतिबंध लगाने का फरमान जारी कर दिया है। इतना ही नहीं, शिवसेना ने धमकी देते हुए कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
शिवसेना से जुड़े ‘शिव केबल सेना’ ने महाराष्ट्र में केबल टीवी ऑपरेटरों से रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है। रिपब्लिक भारत चैनल वही चैनल हैं जिसने सुशांत की हत्या के बाद से ही महाराष्ट्र की राजनीति की पोल खोल कर रख दी है। शिव केबल सेना ने पत्र जारी कर आरोप लगाया है कि रिपब्लिक टीवी’ ने सीएम उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री के लिए अपमानजनक भाषा का बार-बार इस्तेमाल कर पत्रकारिता की नैतिकता और दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है।
#CantBlockRepublic | Open threat to cable operators across Maharashtra to ban Republic Media Network or 'face consequences'. Join the call to defend the right to report, sign the petition, Tweet us your videos and watch them on-air on Republic https://t.co/Y9zlarecVl
— Republic (@republic) September 11, 2020
वहीं शिवसेना के इस फैसले के बाद रिपब्लिक भारत ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया है। रिपब्लिक टीवी ने कहा कि यह आदेश पूरे महाराष्ट्र में केबल ऑपरेटरों के लिए एक खुला खतरा है। हालांकि रिपब्लिक भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी रिपोर्टिंग से महाराष्ट्र के हर घर में खबर पहुँचाने का प्रयास करते रहेंगे।