पिछले कुछ सालों में नए कीर्तिमान स्थापित करने के बाद ISRO अब एक और उपलब्धि हासिल करने की शुरुआत करने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो (ISRO) 2021 की शुरुआत में चंद्रयान 3 को लॉन्च कर सकता हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को यह जानकारी दी है। इस बार इसरो का यह मिशन चंद्रयान 2 से बिलकुल विपरीत होगा।
चंद्रयान 3 में ‘ऑर्बिटर’ नहीं होगा लेकिन इसमें एक ‘लैंडर’ और एक ‘रोवर’ होगा। अंतरिक्ष विभाग के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ‘चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग की शुरुआत 2021 में होगी। ये चंद्रयान 2 के रिपीट मिशन के जैसा होगा। जिसमें उसी की तरह लैंडर और रोवर होंगे लेकिन चंद्रयान 3 में ऑर्बिटर नहीं होगा।
बता दें कि इसरो ने 22 जुलाई 2019 को चंद्रयान 2 मिशन लॉन्च किया था। जिसे 7 सितंबर 2019 को चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरना था लेकिन आखिरी क्षणों में इसकी क्रैश लैंडिंग हो गई थी। पूरी दुनिया की नज़र भारत के चंद्रयान 2 मिशन पर टिकी हुई थी। चंद्रमा की सतह पर ‘हार्ड लैंडिंग’ के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने इस साल के अंतिम महीनों के लिये एक अन्य अभियान की योजना बनाई थी। हालांकि कोरोना के चलते इस अभियान में थोड़ी देरी हुई जिसे अब 2021 में फिर से शुरू किया जाएगा।
वहीं 2008 में हुए चंद्रयान 2 मिशन को लेकर जितेंद्र सिंह ने कहा कि चंद्रयान-1 को 2008 में प्रक्षेपित किया गया था। अभियान के तहत भेजा गया आर्बिटर अच्छा काम कर रहा है और जानकारी भेज रहा है। चंद्रयान-1 के डेटा से संकेत मिलता है कि चांद के ध्रुव पर पानी है, वैज्ञानिक इसी का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।
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