बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के खिलाफ आवाज उठाने वाली एक्ट्रेस कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार आमने-सामने आ गई है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि कंगना के खिलाफ जल्द कार्यवाही की जा सकती है। कंगना के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार के अन्य नेताओं ने भी मोर्चा खोलना शुरू कर दिया है।
दरअसल ये पूरा विवाद तब गर्माया जब कंगना ने ट्वीट करते हुए कहा था कि मुंबई एक ही दिन में PoK से तालिबान में तब्दील हो गया। वह माफिया गुंडों से ज्यादा मुंबई पुलिस से भयभीत हैं। कंगना के ट्वीट का जवाब देते हुए महाराष्ट्र सरकार के गृहमंत्री ने भी ट्वीट किया।
#Breaking: Maharashtra Home Minister @AnilDeshmukhNCP on Friday said Bollywood actress Kangana Ranaut has 'no right to stay' in Mumbai and Maharashtra. Strict action can be taken against her.
More details awaited. @KanganaTeam
— Free Press Journal (@fpjindia) September 4, 2020
अनिल देशमुख ने ट्वीट करते हुए कहा, “मुंबई पुलिस की तुलना स्कॉटलैंड यार्ड से की जाती है। कुछ लोग मुंबई पुलिस को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। एक आईपीएस अधिकारी इसके खिलाफ अदालत में गया है। मुंबई पुलिस से तुलना करने के बाद उसे महाराष्ट्र या मुंबई में रहने का कोई अधिकार नहीं है।”
कंगनाला खासदार @rautsanjay61 नी सौम्य शब्दांत समज दिली.ती इथे आली तर आमच्या रणरागिणी तिचे थोबाड फोडल्याशिवाय राहणार नाहीत. उद्योजक व सेलेब्रिटी घडवणाऱ्या मुंबईची तुलना पाकव्याप्त काश्मीरशी करणाऱ्या कंगनावर देशद्रोही म्हणून गुन्हा दाखल करण्याची मी गृहमंत्र्यांना मागणी करणार आहे.
— Pratap Sarnaik (@PratapSarnaik) September 4, 2020
गृहमंत्री अनिल देशमुख के अलावा शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक ने भी कंगना को लेकर विवादित बयान दिया है। प्रताप सरनाईक ने कंगना के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग करते हुए कहा, “अगर वह यहाँ आती हैं तो हमारे योद्धा उसका मुँह तोड़ देंगे। मैं गृह मंत्री से अनुरोध करता हूँ कि वह कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई को पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) बताने के लिए राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करें।”