अयोध्या जमीन विवाद पर सबसे बड़ा फैसला सुप्रीम कोर्ट में 9 नवंबर को सुबह 10.30 बजे सुनाया जाएगा। इस फैसले का इंतजार पूरा देश पिछले 27 सालों से कर रहा है। इस बीच कई सरकारों ने हिंदू-मुस्लिम के बीच समझौते की कोशिश की, लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने इस विवाद पर अपना फैसला नहीं सुनाया। मोदी सरकार से जनता को उम्मीद थी कि इस बार अयोध्या विवाद पर फैसला जरूर आ जाएगा और सरकार अपना यह वादा पूरा करने की ओर पूरी तरह से अग्रसर है।
फैसले के मद्देनज़र पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया है। अयोध्या में 20,000 से ज्यादा जवानों की तैनाती कर दी गई है। पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। साथ ही अगले 3 दिन तक UP के सभी स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी का एलान कर दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश और जम्मू-कश्मीर समेत देश के कई अन्य राज्यों में भी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए है।
सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच यह फैसला आज सुनाएगी। दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के बाहर 500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात कर दिए है, इसके अलावा 3 अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी भी कोर्ट के बाहर पहरा दे रही है। नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से भाईचारा और सद्भावना बनाएं रखने की अपील की है। इसके अलावा पीएम ने कहा कि इस फैसले को किसी की हार-जीत से जोड़कर ना देखा जाएं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जनता से शांति बनाएं रखने की अपील की है। फैसला आने के बाद सरकार ने किसी भी प्रकार के जश्न और आतिशबाजी पर रोक लगा दी है। अलीगढ़ समेत कई शहरों में रात 12 बजे इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
बोले इंडिया की पूरी टीम भी अपने सभी पाठकों से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार कर शांति बनाएं रखने की अपील करती है।