उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का प्रशासन में बहुत तेजी से कार्रवाई कर रहा है। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से योगी आदित्यनाथ की सरकार पर बहुत ज्यादा दबाब बन चुका है। क्योंकि विपक्षी लगातार हमला कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है। इसी श्रंखला में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को 2 आईपीएस अधिकारियों अरविंद सेन और दिनेश चंद दुबे को निलंबित किया था अरविंद सेन वर्तमान में आगरा पीएसी में डीआईजी हैं जबकि दिनेशचंद्र दुबे रूल्स एंड मैनुएल्स में डीआईजी हैं इन दोनों के खिलाफ पशुधन फर्जीवाड़े में फंसे हुए लोगों से सांठगांठ करने का मामला सामने आया था। जांच के दौरान उनके मोबाइल नंबर को सर्विस लाइन पर ले लिया गया था।
कस्तूरबा हॉस्टल व लखनऊ में दिव्यांगों की बिल्डिंग का ठेका आशीष राय को दिलाने में भी दिनेशचंद्र दुबे का नाम सामने आया था। इसके बाद इन दोनों अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की गई इंदौर के व्यापारी मनजीत भाटिया ने पशुपालन विभाग में पशुधन राज्य मंत्री जयप्रकाश निषाद के निजी प्रधान सचिव रजनीश रस्तोगी, निजी सचिव धीरज देव, इलेक्ट्रॉनिक न्यूज़ चैनल के पत्रकार आशीष राय एके राजीव, अनिल राय पर आटे की सप्लाई के नाम पर 9 करोड़ 72 लाख रूपये हड़पने की शिकायत दर्ज की थी। एसटीएफ की जांच में कई सनसनीखेज खुलासे भी इस पूरे मामले में हुए हैं। 406 419, 420, 467, 468, 471 और 120 बी और भ्रष्टाचार के अन्य अधिनियम इन दोनों अफसरों के खिलाफ लगाए गए हैं।